Dehradun: प्रदेश में निगम-निकायों में कूड़ा एकत्र करने वालों की बड़ी सौगात मिली है. इसके तहत अब कूड़ा एकत्र करने वालों को वर्दी और आईडी दी जाएगी. स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की शुरुआत हो चुकी है. इसके तहत इस बार 7500 के बजाए 9500 अंकों के आधार पर निगम-निकायों का मूल्यांकन होगा. इसी आधार पर देशभर में स्वच्छता रैंकिंग जारी की जाएगी.

अपर निदेशक अशोक कुमार पांडेय ने स्वच्छ सर्वेक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सभी निकायों में कूड़ा एकत्र करने वालों को वर्दी और आईडी देनी होगी. इसके लिए सर्वेक्षण में अलग से अंक मिलेंगे. इसके अलावा तमाम ऐसे रेड स्पॉट (खुले में पेशाब करने की जगह) हैं, जो गंदगी का सबब रहे हैं. इन जगहों को भी हटाने की प्रक्रिया चलाई जाएगी. उनकी जगह शौचालय बनाए जाएंगे. इसके लिए अलग से अंक मिलेंगे.

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कर्मचारियों की डिजिटल ट्रेनिंग

अब सभी निगमों, निकायों के कर्मचारियों की डिजिटल ट्रेनिंग होगी. यह डिजिटल ट्रेनिंग शहरी विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कोर्सेज के आधार पर की जा सकती है. इस ट्रेनिंग के लिए अलग से निकायों को अंक मिलेंगे. बताते चले कि स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरूआत 2016 में हुई थी. तब से अब तक उत्तराखंड की झोली में केवल 16 अवार्ड आए हैं. जबकि विभाग का कहना है कि यह संख्या अधिक होनी चाहिए.