उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है. सत्र की शुरूआत कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन के साथ की. सत्र शुरू होने से पहले ही कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़, भुवन कापड़ी, राजेंद्र भंडारी, मदन सिंह बिष्ट विधानसभा में धरने पर बैठ गए. विधायक तिलकराज हाथ में पोस्टर लिए बैठे है जिसमें लिखा है, ‘ किच्छा में हाल ये गुंडागर्दी का, कि खौफ नहीं है वर्दी का’

उत्तराखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र 2022 की शुरूआत कांग्रेस विधायकों ने धरने के साथ की. विपक्ष ने सरकार को सदन में कानून व्यवस्था पर घेरने की रणनीति तैयार कर ली है. सुबह 11 बजे से विधानसभा की कार्य़वाही शुरू हो चुकी है. इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस द्वारा नियम 310 के तहत कानून व्यवस्था पर चर्चा के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि सरकार बड़ी ही सफाई के साथ सदन में अपनी बात रखेगी. राज्य सरकार द्वारा कानून व्यवस्था को लेकर जो भी कदम उठाए गए हैं वो सामने लाए जाएंगे.

कानून व्यवस्था पर सवाल

विधानसभा सत्र शुरू होने के बाद विपक्ष ने सदन में नियम 310 कानून व्यवस्था का विषय सुनने की मांग की. विपक्ष की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष ने नियम 58 की बात कहते हुए सिर्फ 6 सदस्यों को इस विषय पर बोलने की अनुमति दी. जबकि विपक्ष ने सभी सदस्यों को कानून व्यवस्था पर बोलने की अपील की. इसके बाद हल्द्वानी से कांग्रेस विधायक सुमित हृदयोश ने रिंग रोड बनाए जाने की घोषणा पर सवाल किया.

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विपक्ष की नाराजगी

सुमित के सवाल का जवाब देते हुए लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि यह केंद्र का विषय है. रिंग रोड NHAI के तहत बन रही है. मंत्री के जवाब पर विपक्ष ने नाराजगी जताई. वहीं यमुनोत्री विधानसभा से निर्दलीय विधायक संजय डोभाल ने सदन में वन प्रभागों में दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों का मामला उठाया. वर्षों से कम मानदेय पर काम कर रहे मजदूरों को नियमित करने की मांग उठाई. उधर कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत ने राजाजी रिजर्व पार्क में गुजरों के पशुओं को चुगान और लोपिंग के परमिट का मामला उठाया. अनुपमा ने कहा कि हरिद्वार ग्रामीण में काफी संख्या में वन गुज्जर रहते हैं, जिनको पशुओं के लिए चुगान का परमिट नहीं दिया जा रहा है.

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भाजपा विधायकों ने ही सरकार को घेरा

वहीं विधानसभा सत्र में भाजपा विधायकों ने ही सरकार को सदन के भीतर मुसीबत में डालने की कोशिश की. विकासनगर से भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने सरकार से वन गुजर के अस्थायी परमिट पर प्रश्न पूछा. तो धनौल्टी से विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी बोली को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के प्रयास को लेकर सवाल पूछा. जिस पर मंत्री के जवाबों से विपक्ष संतुष्ट नजर नहीं आया.

विशेषाधिकार के हनन पर सवाल

सत्र में कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने विशेषाधिकार हनन का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार विधायकों के विशेषाधिकार हनन को लेकर गंभीर नहीं है. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और विधायक तिलक राज बेहड़ ने भी कहा कि विशेषाधिकार हनन मामलों में पीठ के निर्देशों की अवहेलना होती है. कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने विधायकों के विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग उठाई.

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