असम-मेघालय सीमा पर अवैध लकड़ी के व्यापार को रोकना पुलिस को भारी पड़ गया. दरअसल, सीमा पर पुलिस ने अवैध लकड़ी के ट्रक को रोका था, जिसके बाद वहां हिंसा भड़क गई. भड़की हिंसा ने इतना भयानक रूप लिया कि वन रक्षक समेत 6 लोग इसकी भेंट चढ़ गए. फिलहाल एतिहात के तौर पर 7 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.

 

ट्रक चालक समेत 3 गिरफ्तार

पश्चिम कार्बी आंगलोंग के पुलिस अधीक्षक इमदाद अली ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि असम वन विभाग ने मेघालय सीमा पर ट्रक को रोका था. ट्रक चालक ने भागने की कोशिश की. उसे रोकने के लिए वन रक्षकों ने फायरिंग कर दी, जिसमें ट्रक का टायर पंचर हो गया. वन रक्षकों ने ट्रक चालक समेत तीन लोगों को पकड़ लिया, हालांकि अन्य भागने में कामयाब रहे.

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हथियार समेत पहुंची भीड़

अधिकारी ने बताया कि घटना के बारे में नजदीकी पुलिस थाना में जानकारी दी गई और अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की. सुबह पांच बजे पुलिस के पहुंचते ही कुछ स्थानीय लोग हाथों में हथियार लिए वहां पहुंच गए. भीड़ ने तस्करों को छोड़े जाने की मांग को लेकर वन रक्षकों और पुलिस को घेर लिया और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी.

वन रक्षक समेत 6 लोगों की मौत

अधिकारी ने बताया कि लोगों से बचने के लिए पुलिस ने भी जवाबी कार्यवाही करते हुए फायरिंग की. इस गोलीबारी में वन रक्षक की मौत हो गई. उसके अलावा मेघालय के पांच लोगों की भी मौत हुई है. हिंसा में घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. हालांकि वन रक्षक की मौत का स्पष्ट कारण पता नहीं चल सका है.फिलहाल घटना की जांच शुरू कर दी गई है.

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7 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद

वहीं एहतियात के तौर पर मेघालय के सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. सीएम कोनराड संगमा ने बताया कि मामले में मेघालय पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.

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