विक्रम श्रीवास्तव:

चमोली जनपद के रहने वाले लोगों शायद यह नहीं पता है की वह अपनी फरियाद लेकर जिस थाने में न्याय के लिए जा रहे है उस थाने का थानेदार ही दागी है। आपको जानकर हैरानी होगी की चमोली जनपद में 8 एसओ /एसएचओ में से 4 बेड एंट्री वाले तो एक क्रिमिनल केस वाला तैनात है। जोशीमठ थाना क्षेत्र के हेलंग में चारा पत्ती वाली घटना के पीछे पुलिस की भूमिका किसी विलेन से कम नहीं थी। चारा पत्ती कटान को लेकर जिन महिलाओं को हेंलग से जोशीमठ थाने तक गाड़ी में डालकर ले जाया गया उसमे 2 साल की एक बच्ची भी थी । चौतरफा दबाव के बाद सरकार ने गढ़वाल कमिश्नर को जांच के आदेश दे दिए थे लेकिन नतीजे का इंतजार अभी भी है।

इस घटना से अलग रोचक तथ्य तो यह है की आम आदमी का लोकतांत्रिक हथियार सूचना के अधिकार के तहत दागियों को बचाने के लिए आला अफसर झूठी सूचना दे रहे है। 23 जनवरी 2021अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन अभिनव कुमार ने आदेश जारी करते हुए सभी जनपदों के एसएसपी /एसपी को निर्देश दिए की विगत 3 वर्षो में किसी प्रकार के प्रतिकूल मंतव्य/परिनिंदा लेख से दण्डित न किया गया हो को ही एसओ/एसएचओ नियुक्त किया जाए यानी दागी मुक्त थाने हो। 23 जनवरी 2021 के अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन अभिनव कुमार के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए जनपद चमोली में दागी मौज काट रहे हैं।

पहली बार सूचना के अधिकार में जनपद चमोली द्वारा दागियों के संदर्भ में दी गई सूचना में सभी पांच दागियों को छुपाया गया लेकिन 30 अप्रैल 2022 को प्रथम अपीलीय निस्तारण पत्र में जो विवरण दिया गया उसमें पहला कोतवाली जोशीमठ में तैनात कोतवाल निरीक्षक नागरिक पुलिस विजय भारती को बेड एंट्री 26,06, 2007/08,04,2008/01,11,2008/21,04,2009/08,04,2021 दूसरा कोतवाली चमोली कोतवाल निरीक्षक नागरिक पुलिस कुलदीप रावत 24,01,2007 तीसरा गोविंद घाट थानाध्यक्ष वरिष्ठ उप निरीक्षक नागरिक पुलिस नरेंद्र सिंह 30,04,2019 चौथा थराली थाना अध्यक्ष वरिष्ठ उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस बृजमोहन सिंह राणा 01,02,2017 के नाम की जानकारी दी गई इसके साथ ही एक क्रिमिनल केस वाले निरीक्षक के बारे में बताया गया जो जनपद चमोली के मुख्यालय गोपेश्वर में तैनात कोतवाल प्रभारी निरीक्षक नागरिक पुलिस राजेंद्र सिंह रौतेला है इनके विरुद्ध सीबीआई ने जनपद हरिद्वार में थाना गंगनहर रुड़की में पंजीकृत अभियोग अंतर्गत धारा 120B, 166A,220,323,342,465, 506 आईपीसी के तहत जो मुकदमा चल रहा है उसमे आरोपी बना रखा है ।

सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी को देखे तो यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है की दागियों को जानबूझकर निजी लाभ के लिए चार्ज दिया गया हैं। 15 जुलाई को थाना जोशीमठ के हेलंग गांव से घास ला रही महिलाओं से उनके घास के गठरी को पुलिस व केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान दिखाइ देने वाले वीडियो वायरल हुआ उस वीडियो में एक महिला रो रही थी दूसरे के साथ छीना झपटी हो रही थी। 15 जुलाई को हुई घटना पर सरकार ने जांच बिठा दी है गढ़वाल कमिश्नर जांच कर रहे है मुख्य विपक्ष दल कांग्रेस पार्टी की नेता प्रियंका गांधी तक ने उक्त वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर घटना की निंदा की। घटना के बाद पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में उस वक्त आ गई जब सोशल मीडिया पर घास काटने वाली महिलाओं के साथ उनकी 2 साल की बच्ची को भी थाने पर ले जाया गया ।

हेलंग में हुई घटना को 14 दिन बीत गए है लेकिन अभी तक किसी के खिलाफ कार्यवाही नही हुई है सबसे बड़ा सवाल तो यह खड़ा हो रहा है की जिले की कप्तान को बेड एंट्री और क्रिमिनल केस वाले पुलिस अफसरों की जानकारी होने के बावजूद वह आंखे बन्द किए हुए है। जिस जोशीमठ कोतवाली क्षेत्र में यह घटना हुई वहा के कोतवाल विजय भारती के ऊपर 5 बार बेड एंट्री लगी हुई है फिर भी वह चार्ज पर बना हुआ है जबकि अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन अभिनव कुमार के आदेश अनुसार उसे चार्ज नहीं मिल सकता था। बेड एंट्री वाले को चार्ज का खेल केवल जनपद चमोली में ही नही पूरे उत्तराखंड में सिंडीकेट की तरह से चलता हुआ दिखाई दे रहा है । बेदाग पुलिसिंग के लिए पुलिस मुख्यालय को चाहिए वह एसओ/एसएचओ का करैक्टर रोल खुद चेक करे और एसपी/एसएसपी से सर्टिफिकेट ले ।

Share and Enjoy !

Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× हमारे साथ Whatsapp पर जुड़ें