शंखनाद INDIA/उत्तराखंड,टिहरी गढ़वाल: 17 गढ़वाल राइफल्स और वर्तमान में आरआर (राष्ट्रीय राइफल 48) के शहीद सूबेदार अजय सिंह रौतेला का पार्थिव शरीर सोमवार की सुबह उनके पैतृक गांव रामपुर पहुंच गया है। इस दौरान उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ पहुंची है। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। यह मंजर देख वहां पर सभी लोगों की आँखे भर आईं।
इससे पहले शहीद का पार्थिव शरीर रविवार दोपहर 2.30 बजे सेना के हवाई जहाज से जौलीग्रांट हवाई अड्डा पहुंचा था। जहां पर सीएम पुष्कर सिंह धामी, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी सहित जनप्रतिनिधियों और अन्य अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। दोपहर एक बजे चंद्रेश्वर घाट मुनिकीरेती ऋषिकेश में उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
यहां कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल, डीएम आशीष श्रीवास्तव, पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत, सेना के अधिकारी व उत्तराखंड पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। सूबेदार अजय रौतेला के शहीद होने की सूचना मिलते ही उनके परिवार और गांव में कोहराम मच गया। वर्तमान में शहीद रौतेला का परिवार देहरादून में रहता है, लेकिन कुछ दिन पूर्व ही उनकी पत्नी विमला देवी, जुड़वा बेटे सुमित और अमित गांव पहुंचे थे।
अजय रौतेला के तीन पुत्र हैं। बड़े बेटे अरुण रौतेला ने हाल ही में बीटेक पास किया है, जबकि सुमित और अमित इंटर में पढ़ते हैं। पत्नी विमला गृहणी हैं। शहीद के छोटे भाई शिक्षक दीपक रौतेला भी गांव में हैं। वह किसी तरह परिजनों को संभाल रहे हैं।