शंखनाद INDIA/ उत्तराखंड,देहरादून: पिछले साल की तरह इस साल भी परेड ग्राउंड में नहीं होगा रावण दहन। आपको बता दें कि कोविड संक्रमण के चलते पिछले साल भी दशहरा नहीं मनाया गया था। लेकिन इस साल कोरोना के मामले बेहतर होने के कारण कार्यक्रम होगा लेकिन यह कार्यक्रम फिर भी देहरादून में ऐतिहासिक ढंग से बड़े और भव्य स्तर पर नहीं होगा।
74 साल से इस परंपरा को निभाने वाली बन्नू बिरादरी इस बार भी न मेघनाद, कुम्भकरण का पुतला फूंकेंगी और न ही किसी गणमान्य को मुख्य अतिथि के रुप में बुलाएगी। हालांकि इस बार 45 फुट का रावण और लंका ज़रूर तैयार कर ली गई है।जिसे बन्नू स्कूल ग्राउंड में ही तैयार किया जा रहा है।
बन्नू स्कूल के कैम्पस में ही 45 फुट लम्बे रावण और लंका दहन की तैयारी हो चुकी है। कोविड के खतरे को देखते हुए कम संख्या में ही दशहरा पर्व मनाया जाएगा। बता दें कि प्रशासन की नज़र भी सभी आयोजकों पर है। डीएम ने कहा कि सभी आयोजकों को एरिया के हिसाब से 50 प्रतिशत लोगों को ही जमा करवाने के निर्देश हैं।
साथ ही, कोविड नियमों का पालन करना भी अनिवार्य किया गया है। डीएम के मुताबिक सभी मार्केट में ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन की टीमें सयुंक्त रूप से नज़र रखने वाली हैं। कोविड के दौर में फेस्टिवल सीजन को देखते हुए प्रशासन जहां 18 अक्टूबर से 4 नवंबर तक खास तौर पर निगरानी की बात कह रहा है, वहीं आपको हिदायत दी जा रही है कि कोविड के मद्देनज़र तमाम सावधानियां बरतें।