न्याय के लिए पूर्व सैनिक की गुहारः कै0 सजवाण की नहीं सुन रही सरकार
उत्तराखंड में पुर्व सैनिक न्याय के दर दर भटक रहे हैं मामला देहरादून का है मीडिया के सामने प्रेस कांफ्रेंस कर लगाई गुहार मेरी भी सुनो सरकार,न्याय के लिए दर दर भटक रहे पूर्व सैन्य अधिकारी कैप्टन सोबन सिंह सजवाण ने प्रैस वार्ता कर बताया कि उनका मकान नम्बर 309/1, नेशविला रोड की पथरियापीर कालोनी में 1999 में बना। उस कालोनी में पांच परिवार रहते हैं। कालोनी वासियों द्वारा वर्ष 2000 में अपने निजी खर्च पर यहां पर सड़क एवं नाली का निर्माण करवाया गया है
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कै0 सजवाण ने कहा कि वर्ष 2005 में उनकी कालोनी वासियों से पड़ोस के लोगों द्वारा शिकायत की गई कि आपकी कालोनी से उनके घरों में नाली का पानी आ रहा है। पड़ोसियों की शिकायत को देखते हुए वहां पर 19 नवम्बर, 2005 को 9 इंच मोटी दीवार बनवा दी गई ताकि पानी की समस्या का निराकरण हो सके। 28 सितम्बर 2022 को नगर निगम देहरादून द्वारा उनको बिना सूचित किये वहां नाली का निर्माण शुरू कर दिया गया। इस दौरान 172 फीट दीवार को तोड़कर वहां से दो घरों को गेट के लिए जगह दे दी गई जबकि उक्त स्थान में सड़क एवं नाली को नया बनाने या मरम्मत की जरूरत नहीं थी।
नगर निगम की कार्यवाही का विरोध करने पर कै0 सजवाण के साथ पड़ोस की कालोनी निवासी दीपक शर्मा, प्रवीण बलोदी, ठेकेदार प्रदीप रावत रात्रि उनके घर आये और मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे। इस दौरान उनके समर्थन में स्थानीय नगर निगम पार्षद सत्येन्द्र नाथ, वार्ड नं0 10 के पार्षद रमेश बुटोला, ठेकेदार आनन्द वर्धन, ठेकेदार कोटनाला भी धमकी देने लगे। मारपीट के दौरान सजवाण को गम्भीर चोटें आई तथा कूल्हे की हड्ढी टूट गई।
उनके घायल होने के दौरान नगर निगम एवं ठेकेदारों द्वारा मिलीभगत से कालोनी में नाली एवं दीवार को तोड़कर दोबारा बना दिया गया। इसके विरोध में कै0 सजवाण 26 सितम्बर 2022 को मुख्यमंत्री आवास के समक्ष धरने पर बैठ गये तब मुख्यमंत्री आवास में मौजूद डे आपिफसर पीएस राणा ने कै0 सजवाण को समस्या के निस्तारण का आश्वासन देकर प्रतिवेदन से जुडी फाईल ले गये। लेकिन कारवाई नही हुई।
निगम के अवैध निर्माण कार्य के विरोध में जनता दरबार भी गये और अपनी समस्या को एडीएम के सामने रखते हुए समस्या का समाधान करने का अनुरोध किया जिसके उपरान्त एडीएम द्वारा उक्त निर्माण कार्य के ध्वस्तीकरण के आदेश दिये गये। लेकिन कुछ नही हुआ। उन्होंने अपने साथ हुए इस अन्याय के विरूद्व पुलिस महानिदेशक, एसपी सिटी, एसएसपी से मुलाकात का समय मांगा गया परन्तु मिलने का समय नहीं दिया गया। उनके द्वारा मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, अपर सचिव, पुलिस महानिदेशक, जिलाधिकारी, सब एरिया कमांडर, सोल्जर बोर्ड, गढ़वाल राईफल सेंटर तथा राज्यपाल को भी शिकायती पत्र लिखा गया परन्तु कोई जवाब नहीं मिला।
उन्होंने आरोप लगाया कि पडोसी के कुछ लोगों द्वारा उनकी कालोनी से रास्ता खोलने के लिए नगर निगम का सहारा लिया गया। पार्षद द्वारा मिली भगत कर दीवार तोड़कर उनका गेट लगवाया गया। इसका विरोध करने पर कै0 सजवाण के साथ मारपीट भी की गई। अब सरकार और प्रशासन कारवाई तो दूर की बात है, उनकी बात भी सुनने को तैयार नहीं है।