पूनम चौधरी शंखनाद इंडिया देहरादून:

चमोली की हेलंग घाटी में घास ले जाती दो महिलाओं के साथ सीआईएसएफ और पुलिस जवानों के हुए विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ इस घटना को ना केवल उत्तराखंड, बल्कि देश विदेश में रह रहे उत्तराखंड के लोगों तक पहुंचा तो, लोगों ने अपने-अपने स्तर से इसका विरोध भी किया. हद तो तब हो गयी जब महिलाओं के खिलाफ ना केवल पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया, बल्कि उनका चालान काट कर उन्हें हिरासत में भी ले लिया इस पर महिलाओं का कहना था कि वे सालों से चारा पत्ती लाती रही हैं, लेकिन पुलिस और सीआईएसएफ के जवानों ने उनकी एक न सुनी। उन्होंने पूरे क्षेत्र को प्रतिबंधित बताते हुए उन्हें पुलिस वाहन और थाने में बैठाया और 250 रुपये का चालान कर छोड़ा।

बता दें कि बीते रोज जहां कई संगठनों ने हेलंग पहुंचकर प्रदर्शन किया गया था तो वहीं विपक्षी दल सहित तमाम आंदोलनकारी इसे उत्तराखंड की मातृशक्ति का अपमान बता रहे हैं मामला इस हद तक बढ़ गया कि सरकार के मुखिया के पास तक पहुंच गया। ऐसे में महिलाओं के चालान के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जांच के सख्त आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर ये जानकारी दी कि इस मामले में कमिश्नर को जल्द से जल्द जांच कर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.

तो वहीं विपक्षी दल भी कम नहीं है कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि ‘पहाड़ों की घास पर पहाड़ के लोगों को ही हक न मिलना सरासर ज्यादती है। स्थानीय लोगों ने पहाड़ों की रक्षा की, उनको संवारा, सरकार उन्हीं को उत्तराखंड के हेलंग में पहाड़ की घास काटने से रोक रही है।’भाजपा सरकार एक तरफ आदिवासियों से एक जंगल- जमीन का अधिकार छीन रही है तो दूसरी तरफ पहाड़ पर रहने वालों को पहाड़ी प्राकृतिक संपदाओं से वंचित कर रही है।’ माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी के इस मुद्दे को उठाने के बाद अब उत्तराखंड कांग्रेस इस मुद्दे को और जोर शोर से उठाएगी।