हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में साइबर ठगी का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां आरटीओ चालान के नाम पर भेजे गए एक फर्जी लिंक ने एक व्यक्ति की जिंदगी में भूचाल ला दिया। साइबर ठगों ने व्हाट्सएप पर आए एक मैसेज के जरिए न केवल पीड़ित का मोबाइल हैक किया, बल्कि कुछ ही घंटों में उसके बैंक खाते से 10 लाख रुपये निकाल लिए।

पीड़ित के अनुसार, 16 नवंबर को उसके मोबाइल पर आरटीओ चालान के नाम से एक व्हाट्सएप मैसेज आया, जिसमें एक लिंक दिया गया था। जैसे ही उसने लिंक खोला, फोन में मौजूद सभी संपर्क नंबरों पर वही लिंक अपने आप भेज दिया गया और मोबाइल अचानक बंद हो गया। कुछ देर बाद जब फोन दोबारा चालू हुआ, तो उस समय बैंक खाते में रकम सुरक्षित दिखाई दे रही थी। लेकिन शाम होते-होते बैंक से लगातार दो मैसेज आए, जिनमें खाते से पांच-पांच लाख रुपये के दो ट्रांजेक्शन होने की जानकारी दी गई।

घटना के तुरंत बाद पीड़ित ने साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसे कोई ठोस सहायता नहीं मिली। इसके बाद उसने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई, जहां से उसे बैंक की हल्द्वानी शाखा भेजा गया। बैंक अधिकारियों ने जांच के बाद पुष्टि की कि खाते से कुल 10 लाख रुपये निकाले जा चुके हैं। पीड़ित ने उसी दौरान पुलिस को भी लिखित तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।

हालांकि, पुलिस ने करीब 42 दिन बाद अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। कोतवाली प्रभारी विजय मेहता ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और बैंकिंग व तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही साइबर ठगी में शामिल आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।

यह मामला एक बार फिर लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने की चेतावनी देता है।