शंखनाद_INDIA
रेस्टॉरेंट एग्रीगेटर और फ़ूड डिलीवरी कंपनी Zomato के CEO दीपिंदर गोयल ने उस कर्मचारी को फिर से बहाल कर दिया है, जिसे कंपनी ने हिंदी को राष्ट्रभाषा बताने की वजह से निकाल दिया था। दीपिंदर गोयल ने कहा है कि एक कंपनी के सपोर्ट टीम द्वारा अनभिज्ञता से हुई गलती राष्ट्रीय मुद्दा बन गई है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सहिष्णुता और शांति का स्तर आज जितना है, इससे कहीं बहुत ज्यादा ऊँचा होना चाहिए।
दीपिंदर गोयल ने अपने बयान में कहा, “हम फिर से उस कस्टमर केयर एजेंट को बहाल कर रहे हैं क्योंकि ये अकेला ऐसा कारण नहीं होना चाहिए, जिसके आधार पर किसी को कंपनी से निकाल दिया जाए। इस घटना से वो आसानी से कुछ सीख सकती हैं और आगे अच्छा कर सकती हैं। हुए याद रखिए, हमारे कॉल सेंटर एजेंट्स युवा लोग हैं, जो अपने करियर के शुरुआती हुए संवेदनशील दौर में हैं।”
दीपिंदर गोयल ने कहा कि हम सभी को एक-दूसरे की खामियों के प्रति सहिष्णुता दिखानी चाहिए। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हमें एक-दूसरे की भाषा और संस्कृति से जुड़ी भावनाओं का भी सम्मान करना चाहिए। उन्होंने ट्विटर के जरिए लिखा, “तमिलनाडु, हम आपसे प्यार करते हैं। उतना ही, जितना हम बाकी के देश से करते हैं। ना ज्यादा, ना कम। हम सब समान ही तो हैं, चाहे कितने ही अलग क्यों न हों।”