शंखनाद / हरिद्वार : त्योहारी सीजन शुरू होते ही दुकानों में रौनक बढ़नी शुरू हो गयी हैं। … ऐसे में यदि आप सभी दुकानों से दूध-घी से लेकर दूसरे खाद्य पदार्थ खरीद रहें हैं, तो थोड़ा सावधान होने की आपको जरुरत हैं। दरअसल, त्योहारी सीजन लगते ही शातिरों ने आपके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर दिया हैं। मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से आपका जायका और सेहत दोनों को नुकसान हो सकता है। वही हाल में हरिद्वार प्रशासन ने जिले के विभिन्न स्थानों से 54 खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए थे। जिनमें से 17 खाद्य पदार्थों के सैंपल जांच में फेल हो गए। इनमें कई नामी कंपनियों के सैंपल भी शामिल हैं। अब खाद्य सुरक्षा विभाग इन कारोबारियों पर कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गया है। जिला खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से अक्टूबर 2020 से मार्च 2021 के बीच 54 खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे गए थे। टीम ने हरिद्वार, रुड़की, लक्सर और भगवानपुर सहित जनपद के अलग-अलग स्थानों से सैंपल जमा किए थे। अब रिपोर्ट आ गई है। खाद्य सुरक्षा विभाग के अनुसार घी के तीन, सरसों तेल के दो और रिफाइंड तेल के तीन सैंपल फेल हो गए। खबर को पूरा पढ़ते हैं विस्तार से …

जाने और किसमें हो रही हैं मिलावट …..

इसके अलावा सिंघाड़े का आटा, सोयाबीन तेल, मैदा, कलाकंद, सूजी, गाय का दूध व भैंस का दूध, बूंदी के लड्डू और मिक्स्ड मिल्क के एक-एक सैंपल फेल पाए गए हैं। अब जिला खाद्य विभाग संबंधित कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। बता दें कि बीते शुक्रवार को शहर के कई इलाकों में कुट्टू के आटे से बने व्यंजन खाने से 35 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए थे। अब यहां खाद्य पदार्थों के 17 सैंपल जांच में फेल हो गए, जो कि बेहद गंभीर मामला है। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस पाल ने बताया कि खाद्य कारोबारियों को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के प्रावधानों के अनुसार नोटिस जारी कर 30 दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने का समय प्रदान किया गया है। अगर इस अवधि में कारोबारी द्वारा दोबारा जांच की अपील पेश नहीं की जाती तो उनके विरुद्ध हरिद्वार न्यायालय में केस दायर किया जाएगा।