शंखनाद INDIA/गणेश जोशी /चौखुटिय/

नगरपंचायत के विरोध को लेकर आधे दर्जन गांवों के ग्रामीणों ने काले फीते बाथकर शुक्रवार को बाजार में जुलूस निकाला। नगरपंचायत कार्यालय पहुंच कर धरना प्रदर्शन नारेबाजी कर नगर पंचायत का विरोध जताया। कहा जनता को बिना विश्वास में लिए मैं लिए नगर पंचायत का गठन दुर्भाग्यपूर्ण है। धरना प्रदर्शन के साथ तहसीलदार सतीश वर्थवाल के माध्यम से प्रदेश मुख्यमंत्री ,महामहिम राज्यपाल ,शहरी विकास मंत्री सहित उच्च अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन भेजकर शीघ्र नगरपंचायत हटाने की मांग की गई।
विरोध कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि बिना गांव वासियों को विश्वास में लिए नगरपंचायत का गठन कर दिया गया जबकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान में नगर पंचायत द्वारा की जा रही सफाई का कूड़ा। रामगंगा नदी के किनारे फेंका जा रहा है जिससे पानी दूषित होने के साथ गांव वासियों के आवागमन के लिए भी मुसीबत बनते जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि शीघ्र नगरपंचायत नहीं हटाई गई तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा। जबकि शासनादेश संख्या 6250 /9-1-3677सा(3)/82के तहत नगरपंचायत गठन के लिए 10,000 की आबादी का होना आवश्यक बताया गया है नगरपंचायत क्षेत्र मैं सम्मिलित ग्रामीणों का कहना है कि हमारे सभी ग्राम पंचायतों की जनसंख्या लगभग। 5000 के आस पास ही है। तय कार्यक्रम के अनुसार फुल ई, पांडेपुरी गनाई, थुधलिया महर, धुधलिया बिष्ट, चादीखेत, केसरवैराड, के ग्रामीणों ने चांदी खेत पंचायत घर पर एकत्रित होकर बाहों में काले फीते बाध कर गनाई बाजार होते हुए नगर पंचायत कार्यालय फुलई तक विशाल जुलूस निकाला नगरपंचायत कार्यालय पर धरना प्रदर्शन के साथ नारेबाजी करते हुए तहसीलदार सतीश वर्थवाल के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा। उल्लेखनीय है कि 11 नवंबर को नगरपंचायत अस्तित्व में आई थी। जुलूस धरना प्रदर्शन में दयाल सिंह मेहरा विपिन गिरी, गोकुलानंद, भोपाल कुमैया महेश सिंह भावना देवी, ललिता देवी, पुष्पा देवी ,तारा देवी, चंपा देवी, उमा देवी, गायत्री देवी ,गंगा देवी ,मोहनी देवी, कमला, सीमा , दरबार बिष्ट, पूरन गिरि, चंदन कुमैया, योगेश पाण्डे
किसन कुमैया, कुंदन सिंह, रामचंद्र नैनवाल
रेखा मौजूद रहे।