शंखनाद INDIA/ बागेश्वर : उत्तराखंड के लिए गर्व के पल की बात है कि उत्तराखंड की बेटिया हमेशा से ही उत्तराखंड का नाम रोशन करती हैं। आज फिर से बागेश्वर की रहने वाली बेटी प्रेमा रावत ने उत्तराखंड का सर गर्व से ऊंचा कर दिया हैं। बता दे, सुमटी गांव की प्रेमा रावत का उत्तराखंड महिला क्रिकेट टीम में चयन हो गया है. सोमवार को घोषित 20 सदस्यीय टीम में शामिल होने वाली बागेश्वर की पहली महिला क्रिकेटर हैं. उनके टीम में चयन होने पर क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों और क्रिकेट प्रेमियों ने खुशी जताई है। आगे पढ़े
बेटी के बारे में जाने
प्रेमा रावत का बचपन गांव में बीता था. उन्होंने गांव के प्राथमिक विद्यालय से तीसरी कक्षा तक की पढ़ाई की है. जिसके बाद उनका परिवार बरेली शिफ्ट हो गया. प्रेमा के पिता केदार सिंह रावत एयरफोर्स में तैनात हैं. उनके दो छोटे भाई हेमंत रावत और विमल रावत पढ़ाई कर रहे हैं. प्रेमा अपनी सफलता और क्रिकेट में जाने का श्रेय माता बसंती देवी और पिता को देती हैं.प्रेमा रावत ने बताया कि देहरादून में टीम में चयन के लिए ट्रायल हुआ था, जिसकी घोषणा अब हुई है. बताया कि इन दिनों वह पुणे में है और वहीं उन्हें टीम में चयनित होने की जानकारी मिली. उन्होंने कहा कि एक क्रिकेटर के लिए राज्य और देश की टीम से खेलना सबसे बड़ा सपना होता है. फिलहाल राज्य की टीम में वह बेहतरीन प्रदर्शन कर अपनी छाप छोड़ना चाहती हैं. ताकि आगे जाकर देश की ओर से खेलने का सपना साकार हो सके.प्रेमा के प्रदेश की टीम में चयन होने पर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश सोनियाल, उपाध्यक्ष राम चंद्र पांडेय, महासचिव रमेश दानू, हरीश रावल, कमल बिष्ट, राजेन्द्र परिहार, मनोज ओली आदि ने खुशी जताई है. प्रेमा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था. गांव में वह अपने भाइयों के खेलने पर उनके साथ जाकर क्रिकेट खेलने की जिद करती थी. बरेली जाने के बाद उन्होंने क्रिकेट का अभ्यास शुरू किया और खेल को बेहतर बनाने के लिए नवंबर 2020 में एकेडमी ज्वॉइन की, जहां कोच सुनील कुमार ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उनके खेल को निखारने में मदद की.