शंखनाद INDIA/ देहरादून

अपट्रान एलईडी टीवी घोटाला मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी मदन सिंह रावत पर कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है| मामले को लेकर डीएम पौड़ी ने सचिव विद्यालय शिक्षा मीनाक्षी सुंदरम को इसकी फाइल सौंपी थी लेकिन उन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है|

दरअसल, यह मामला कई साल पहले बन्द हुई अपट्रान कम्पनी के फर्जीवाड़े मामले का है| इस मामले के मुताबिक, अपट्रान कम्पनी कई साल पहले बंद हो गई थी| मुख्य मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी मदन सिंह रावत ने फर्जी तरीके से अपट्रान कंपनी के एलईडी चौबट्टाखाल विधानसभा के 49 विघालयों में लगवा दिए| वहीं जब मामले का खुलासा हुआ तो डीएम पौड़ी ने सीडीओ की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी का गठन किया| इसके बाद पूरे मामले की जांच की गई| जाँच कमेटी की रिपोर्ट में भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता की पुष्टि होने पर मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी मदन सिंह रावत को फर्जीवाड़ा मामले में दोषी करार दिया गया था|

मुख्य शिक्षा अधिकारी पर फर्जी तरीके से स्कूलों में एलईडी लगवाकर रिश्वत लेने का आरोप है| जिलाधिकारी पौड़ी ने दोषी पर विभागीय कार्यवाही करने की संस्तुति करते हुये फाइल सचिव विद्यालयी शिक्षा मीनाक्षी सुंदरम के पास भेज दी थी लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा उन पर अभी तक कोई कोर्रवाई नहीं की गई है| बड़ा सवाल यह है कि आखिर किसके दवाब में आकर मुख्य शिक्षा अधिकारी पर इतने बड़े घोटाले को लेकर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है| मुख्य शिक्षा अधिकारी मदन सिंह रावत पर भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज हैं| हालांकि अब देखना यह होगा कि आखिर कबतक दोषी पर कार्यवाही की जाती है|

पौड़ी के मुख्य शिक्षा अधिकारी मदन सिंह रावत पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के कई आरोप पहले से हैं| एक अन्य मामले में माननीय न्यायलय में मामला विचाराधीन है| अब देखना यह है कि इन भ्रष्ट अधिकारियों पर सीएम तीरथ सिंह रावत क्या कठोर कर पाएंगे|

क्रमश: जारी पार्ट-1