UP Election : यूपी के लिए एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अपने सीएम फॉर्मुले को लेकर स्थिति साफ कर दी है। ओवैसी ने कहा है अगर उनका गठबंधन सत्ता में आता है तो बाबू सिंह कुशवाहा पहले टर्म में सीएम बनेंगे।
इनका कार्यकाल ढाई साल तक रहेगा। इसके बाद तय वादे के मुताबिक कोई दलित सत्ता का नेतृत्व करेगा। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने घोषणा की कि उनकी पार्टी राज्य की 403 सीटों में से 100 सीटों पर भागीदारी संकल्प मोर्चा गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगी।
UP Election : 2.5 वर्षों के लिए एक दलित मुख्यमंत्री
चुनाव के लिए बाबू सिंह कुशवाहा और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन को लेकर औवैसी ने कहा कि भागीदारी संकल्प मोर्चा के तहत सभी दलों ने बाबू सिंह कुशवाहा को संयोजक नियुक्त करने का फैसला किया है।
समाचार एजेंसी से बात करते हुए, ओवैसी ने कहा कि बाबू सिंह कुशवाहा भागीदारी संकल्प मोर्चा के संयोजक होंगे। साथ ही, अगर गठबंधन सत्ता में आता है, तो कुशवाहा पहले 2.5 वर्षों के लिए मुख्यमंत्री होंगे और अगले 2.5 वर्षों के लिए एक दलित मुख्यमंत्री होगा। उन्होंने आगे कहा कि गठबंधन में तीन डिप्टी सीएम होंगे, एक मुस्लिम समुदाय से और दो पिछड़े समुदायों से।
UP Election : बीजेपी के 27 फीसदी विधायकों के खिलाफ केस
बाबू सिंह कुशवाहा के खिलाफ आपराधिक मामलों के बारे में पूछे जाने पर, ओवैसी ने भाजपा नेताओं को इसमें लपेट लिया। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में कई लोग हैं जो जेल गए हैं। बीजेपी के 27 फीसदी विधायकों के खिलाफ केस चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुशवाहा कानून के अनुसार तब तक निर्दोष हैं जब तक अदालत उन्हें दोषी नहीं मानती।
बता दें कि कुशवाहा की पार्टी से गठबंधन करने के पहले ओवैसी ने सुभसपा के ओम प्रकाश राजभर से गठबंधन का ऐलान किया था। पार्टी 100 सीटों पर लड़ने की तैयारी भी कर रही थी, तभी राजभर, अखिलेश से जा मिले और सपा के साथ गठबंधन कर लिया। ओवैसी सपा से दूर ही रहे हैं और लगातार मुस्लिम वोट वैंक को लेकर सपा पर निशाना भी साधते रहे हैं।
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