चमोली जिले के विकासखण्ड दशोली के सुदूरवर्ती ईरानी गांव में देर रात एक महिला की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद एक बार फिर से ग्रामीणों ने बीमार महिला को कुर्सी पर अपने कंधों में उठाकर सड़क तक पहुंचाया जानकारी के अनुसार बताया गया कि भवानी देवी पत्नी रमेश सिंह की देर रात अचानक से तबीयत बिगड़ने लगी जिसके बाद सुबह ग्रामीणों ने महिला को कुर्सी पर बैठा कर सड़क तक पहुंचाया ओर फिर अस्पताल तक पहुंचाया।
ग्रामीणों की नाराजगी है कि विगत लंबे समय से दसौली ब्लॉक की ईरानी क्षेत्र में सड़क को लेकर शासन और प्रशासन के सामने मांग रखी गई हैं इसके बावजूद वर्तमान समय तक भी सड़क निर्माण नहीं हो पाया है क्षेत्र में पिछले 20 वर्षों से विधायक और मंत्री आए और गए और आश्वासन देते रहे लेकिन धरातल पर हकीकत अभी भी जस की तस बनी हुई है इस क्षेत्र के लोग आज भी इसी तरह से बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाते हैं जिसकी पीड़ा यहां के ग्रामीण बखूबी समझते हैं
ये वही युवाओं के मजबूत कन्धे है जिन्होंने कुछ समय पहले इस क्षेत्र संचार क्रांति से जोड़ने के लिए जिओ कम्पनी के टॉवर का सामान मुफ्त में (श्रमदान) में ईरानी गाँव तक पहुँचाया था। सम्भवतः कई लोगों ने टावर के समान को ले जाने में असमर्थता जताते हुए टावर लगाने में परेशानी भी बताई थी लेकिन क्षेत्र की जरूरतों को समझते हुए क्षेत्र के युवाओं ने जिओ के कर्मचारी अधिकारियों को विश्वास दिलाया कि टावर का सामान ग्रामीण पहुंचाएंगे इसके बाद जिओ के कर्मचारी अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में संचार व्यवस्था बनाए जाने के लिए टावर लगाने के लिए सहमति जताई और आज क्षेत्र के कुछ गांवों में जिओ नेटवर्क काम कर रहा है पूरे देश मे संचार का जाल विछाने वाली जियो कम्पनी के टॉवर का सामान क्षेत्रीय लोगों को मुफ्त में केवल अपनी आवश्यकताओं हेतू ढोना पड़ा। जबकि इस क्षेत्र के कई दूरस्थ गांव अभी भी संचार एवं सड़क व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित है परन्तु इन सब चीजों को देखते हुए भी सरकार के नुमाइंदे अपनी उपलब्धियां गिनाते नहीं थकते हैं ऐसे में क्षेत्र के युवा कोरे आश्वासनों से खासे नाराज है।