शंखनाद INDIA/ हरिद्वार

आज मेष संक्रांति पर कुंभ का तीसरा शाही स्नान शुरू हो गया है। स्नान सुबह साढ़े आठ बजे से शुरू हो गया है और शाम साढ़े पांच बजे तक चलेगा। स्नान के लिए सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी हर की पैड़ी पहुंचा| अखाड़ों के स्नान के दौरान हर की पैड़ी पर आम श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रखा गया है। श्रद्धालु सुबह सात बजे तक ही हरकी पैड़ी पर स्नान कर पाए। इसके बाद उनके लिए अन्य घाटों पर स्नान की व्यवस्था की गई है| शाही स्नान में सभी 13 अखाड़े भाग लेंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अनुसार अखाड़ों के स्नान क्रम में कोई परिवर्तन नहीं रहेगा। क्रम वही रहेगा जो पहले शाही स्नान पर था।

मेष संक्रांति पर शाही स्नान व बैसाखी का पर्व स्नान है। ऐसे में देर रात 12 बजे से सुबह सात बजे तक श्रद्धालु हरकी पैड़ी पर स्नान कर सके। इसके साथ ही सुबह सात बजे हरकी पैड़ी को संतों के लिए खाली कराया गया।  14 अप्रैल महाकुंभ 2021 का सबसे बड़ा दिन है। इसके लिए पुलिस की तैयारियां पूरी हैं। स्नान के दौरान स्थानीय निवासियों व श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। शाही स्नान के जुलूसों के दौरान कुछ असुविधाएं होती हैं, लेकिन इसकी तैयारियां कर ली गई हैं। आम  श्रद्धालुओं के लिए हिल बाईपास शुरू किया गया है। जो 30 अप्रैल तक लगातार खुला रहेगा। शटल बस सेवा का लाभ श्रद्धालु उठा सकते हैं।

शाही स्नान से पहले कोरोना महामारी के कारण भीड़ की संख्या मंगलवार को कम दिखाई दी। आज होने वाले शाही स्नान में अखाड़ा विशेष केंद्र रहेंगे। क्योकि शाही जुलूस के साथ अखाड़े हरकी पैड़ी पर स्नान करते हैं। इसके लिए स्नान क्रम भी तय किया जा चुका है।आम श्रद्धालु हरकी पैड़ी पर सुबह 7:00 बजे से पहले गंगा स्नान किया। अब आम श्रद्धालु शाम 6 बजे के बाद गंगा स्नान कर करेंगे। इसके बीच का समय अखाड़ों के लिए निर्धारित किया गया है।