सड़कों की खराब हालत बना सकती है आपको किसी घटना का शिकार। अगर आप सर्वे चौक से लाडपुर की ओर सफर करने जा रहे है तो सावधान हो जाइये ये ही वक्त है सावधानी बरतने का। वो इसलिए क्योंकि इस मार्ग पर पसरे 75 गड्ढे कभी भी जानलेवा साबित हो सकते हैं।

हैरानी इस बात की है कि जिम्मेदार अधिकारी जानकारी होने के बाद भी शहर की इस व्यस्त सड़क की सुध लेने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। ऐसे में सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने एक आम बात है।

दून की बदहाल सड़कों से आमजन को हर रोज जूझना पड़ रहा है। कई जगह तो इतने बुरे हालात हैं कि पता ही नहीं चलता सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। कुछ ऐसा ही हाल है सर्वे चौक से लाडपुर तक के मार्ग का। सर्वे चौक से आगे चलते ही गड्ढों का सफर भी शुरू हो जाता है। जैसे-जैसे कदम आगे बढ़ते हैं गड्ढों की गहराई आधे फीट तक पहुंच जाती है।चूना भट्टा के पास तो पूरी की पूरी सड़कों की हालत खस्ता है।

सहस्रधारा क्रासिंग से 200 मीटर आगे तक कुछ देर के लिए राहत मिलती है, लेकिन आगे फिर वही गड्ढे नजर आते हैं। हालांकि इस मार्ग की मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड को शासन की ओर से तीन करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। लेकिन विभागीय सुस्ती के चलते यह कार्य पूरे नहीं हो पाए हैं।

आपको बता दें कि लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल ने बताया कि सड़क के गड्ढों को भरने के लिए तुरंत कार्रवाई की जाएगी। वहीं, ह्यूम पाइप बिछाने का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। जिससे जनता को परेशानी न हो।