प्रदेश में बीते एक हफ्ते से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश का सिलसिला जारी है। जहां एक ओर बारिश से मैदानी इलाकों में गर्मी से राहत मिल रही है। तो वहीं पर्वतीय इलाकों में बारिश कहर बनकर बरस रही है। बुधवार रात हुई बारिश से रूद्रप्रयाग जिले की कालीमठ घाटी में भारी नुकसान हुआ है।
भारी बारिश से कालीमठ घाटी में भारी नुकसान
बुधवार देर रात कालीमठ घाटी मे मूसलाधार बारिश, आधी तूफान के साथ ओलावृष्टि होने से काश्तकारों की साग-भाजी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। जिस से काश्तकारो के सामने आजीविका संकट बन गया है। ओलावृष्टि के काश्तकारों की माल्टे, नारंगी , नींबू ,सेब की फसलो को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
आंधी-तूफान से पेड़ गिरने से मुकसान
नगर पंचायत के चुन्नी गांव में भी आंधी-तूफान से कई गौशालाओं में पेड़ गिरने से भारी नुकसान हुआ है। इसके साथ ही कई स्थानों पर मलबा आने की भी खबर है। नगर पंचायत अध्यक्ष कुब्जा देवी ने प्रभावित क्षेत्रो का भ्रमण कर प्रभावित परिवारो को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है।
आज प्रदेश के आठ जिलों में बारिश के आसार
प्रदेश में आज भी मौसम का मिजाज बदला रहेगा। प्रदेश के आठ जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग द्वारा नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही अगले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज बिगड़ा रहने का अनुमान है।