शंखनादINDIA /                                                                                                                                                                                        सात फरवरी को चमोली जिले के रैंणी-तपोवन क्षेत्र में आई आपदा की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम आपदा प्रभावित इलाकों में पहुंच गई थी। आपदा में लापता हुये लोगों के परिजनों की आंखों में अभी भी उम्मीद है। रैंणी घाटी में आए जलप्रलय को आज 15 दिन हो गए हैं और अभी भी 136 लोग लापता हैं, लापता लोगों के परिजनों की आंखे अभी भी उनके गुमशुदा बच्चों को ढूंढ रही हैं कई बूढी़ आंखों को अभी भी उम्मीद है कि उनके घर का चिराग आज नही तो कल वापस लौट आएगा।

 

एनटीपीसी की लगभग पौने दो किलोमीटर लंबी टनल में अभी भी 20 से अधिक लोग फंसे हुए हैं। 15 दिन बीत जाने बाद भी रेस्क्यू टीम द्वारा अभी तक लगभग 151 मीटर ही टनल से मलबा हटाया जा सका है पिछले 3 दिनों से टनल के अंदर से पानी का रिसाव बढ़ गया है जिस कारण से रेस्क्यू टीम को टनल से मलबा हटाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने एनटीपीसी की सहायता से टनल के अंदर तीन पंप लगा दिए है और पाइप लाइल भी बिछा रखी है, बावजूद टनल के अंदर पानी भरने का सिलसिला जारी है जिस कारण से पिछले 3 दिनों में आठ मे दस मीटर ही टनल के अदंर मलबा हटाया जा सका है। इससे अभियान में मुश्किल आ रही है।

फोटो साभार गूगल