शंखनाद.INDIA देहरादून। महाप्रबन्धक व्यासी परियोजना डाकपत्थर सुनील कुमार जोशी ने बताया कि व्यासी जल विद्युत परियोजना का काम लगभग पूरा हो चुका है। परियोजना के गेट एवं मंशीनों आदि की टेस्टिंग के लिए डैम के जलाशय को 28 को भरा जाएगा। टेस्टिंग में अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही पावर प्रोजेक्ट काम करना शुरू कर देगा।उन्होंने बताया कि परियोजना के संचालन हेतु जलाशय में अधिकतम जल स्तर 631.50 मी0 एवं न्यूनतम जल स्तर 626.00 मी0 रखना होगा। परियोजना के जलाशय क्षेत्र में तहसील कालसी का राजस्व ग्राम लोहारी तल 624 मी0 से 630 मी0 तल के मध्य स्थित होने के कारण पूर्ण डूब क्षेत्र में आ रहा है। डूब क्षेत्र में आ रही ग्राम लोहारी, विहार, बिन्हार व कन्डिरियान की प्रभावित कुल 8.761 हे0 भूमि का विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी के आदेश संख्या 1974 से 1990 के द्वारा अधिग्रहण कर प्रतिकर का भुगतान भी कर दिया गया। पूर्व अधिग्रहीत भूमि 8.761 हे0 के सापेक्ष शासनादेश 13 जनवरी 2016 के अनुपालन में देय अनुग्रह सहायता का भुगतान ग्राम लोहारी वासियों द्वारा इनकी “भूमि के बदले भूमि” की मांग के चलते नहीं लिया गया है।
उन्होंने कहा कि पूर्व अधिग्रहीत भूमि 8.761 हे0 के सापेक्ष देय अनुग्रह सहायता अनुदान भारत सरकार के “भूमि अर्जन पुनर्वासन और पुनव्यवस्र्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता अधिकार अधिनियम 2013 के अनुसार ग्राम लोहारी की अवशेष भूमि जो कि पूर्व अधिग्रहण के समय छुट गयी थी एंव परिसम्पत्तियों आदि का मूल्यांकन अधिनियम 2013 की धारा 29 के अनुसार कर दिया गया है।