शंखनाद INDIA/ देहरादून : बीते गुरुवार को हुई कैबिनेट बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। जिनमे से एक फैसला MBBS के छात्रों के लिए लिया गया हैं। जो भी छात्र डॉक्टर में अपनी रूचि रखते हैं उनके लिए यह खबर बहुत ही ज्यादा अच्छी हैं। बता दे, पहले MBBS करने में लगभग 4 लाख तक का खर्चा लगता था, लेकिन अब मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में यह केवल 1.45 लाख तक का ही बैठेगा। सरकार ने मैदानी जिलों के मेडिकल कॉलेजों में बांड भरकर एमबीबीएस करने की सुविधा को बहाल कर दिया है। मीटिंग में राज्य के 18 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स की फीस 4 लाख रुपये से घटाकर 1.45 लाख रुपये करने का फैसला किया है। इस संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। बढ़ती फीस के बीच विद्यार्थियों के लिए यह राहत भरी खबर है। पहले बांड व्यवस्था के तहत केवल पर्वतीय क्षेत्रों के मेडिकल कॉलेजों जैसे श्रीनगर में बांड से पढ़ाई की सुविधा थी। जबकि बिना बांड के एमबीबीएस का शुल्क चार लाख रुपये हो गया था, जिसके तहत देहरादून और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने वाले छात्रों को भारी परेशानी हो रही थी। छात्र इसके खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे थे और अपनी आवाज उठा रहे थे। वही अब यह सुविधा उन छात्रों के लिए एक वरदान साबित होने वाली हैं।