कमल मिश्रा शंखनाद INDIA/ हरिद्वार :
ज्वालापुर पांडे वाली गूगल रोड में नगर-निगम ने गरीबो के लिए 96 आसियानें बनाए थे। इनमे से आधे से अधिक मकानों को अमीरो को आवंटित कर दिया गया। यह मकान उन लोगो को आवंटित किए जाने थे। जिन्होंने सरकारी जमीं पर छोटे-छोटे घर बना दिए थे। गरीबों के लिए बनाए घर अमीरो को दिए जाने की शिकायत पात्र लोग स्थानीय विधायक नगर-निगम कमिश्नर से कर चुके हैं लेकिन इनकी शिकायत पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिससे लोगो में काफी रोष हैं।
विदित हैं कि ज्वालापुर पांडे वाली गूगल रोड स्थित नगर निगम द्वारा लगभग 5 वर्ष पूर्व 96 आवास बनाए गए थे। जो कि गरीब एवं सरकारी भूमि पर काबिज लोगों को आवंटित होने थे। उक्त स्थान पर बने 96 आवासों में 6 बिल्डिंग है तथा प्रत्येक बिल्डिंग में 16 मकान है। स्थानीय आवंटित आवास निवासी ने बताया कि निगम द्वारा बनाए 96 आवासों में से 80 आवास लोगों को आवंटित किए जाने थे तथा बाकी 16 आवास नगर निगम कर्मचारियों के लिए सुरक्षित किए गए थे
लेकिन सूत्रों द्वारा जानकारी मिली कि 80 आवासों में से अभी 71 मकान आवंटित किए गए हैं जिसमें 9 मकान अभी भी एलॉटमेंट होने हैं वहां के स्थानीय निवासी ने बताया कि 71 एलॉटमेंट मकानों में से अभी वहां पर कुल 30 परिवार ही एलॉटमेंट मकान में आकर रहे हैं और 41 मकान अभी भी खाली पड़े हैं सूत्रों ने बनाया कि इन अलॉटमेंट 80 मकानों में कुछ इंदिरा बस्ती लव-कुश कॉलोनी के प्राइवेट जमीन वालों को भी आवंटित किए गए हैं जबकि उक्त मकान केवल सरकारी भूमि पर बनाए गए व्यक्तियों द्वारा खाली कराकर आवंटित किए जाने थे सूत्रों ने बताया कि जिन लोगों को मकान आवंटित किए गए उनमें से कई लोगों के नाम निगम द्वारा पारित पहली लिस्ट में दर्ज नहीं था निवासी ने बताया कि जिन लोगों को मकान आवंटित किए गए अभी तक उन लोगों को कोई मालिकाना पत्र निगम द्वारा नहीं दिया गया और ना ही यहां पर निगम द्वारा कोई कार्य किया जा रहा है गंदगी के ढेर ढेर लगे हुए हैं लोगों में डेंगू का खतरा भी बना हुआ है स्थानीय निवासायों ने कई बार विधायक महोदय और नगर निगम अधिकारियों को अपनी समस्या को एन लेकर शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। सूत्रों ने यह भी बताया कि विधायकों के नाम पर यहां पर कुछ लोग कुछ भारी तत्वों द्वारा कब्जे किए जा रहे स्थान से कोई लेना देना नहीं है जिन लोगों को मकान के गए थे अभी तक उनमें से कई ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अभी तक सरकारी भूमि पर कब्जा किए हुए हैं वह सरकारी भूमि पर अपने रिश्तेदारों को बता दिया गया है ताकि सरकारी भूमि पर भी कब्जा बना रहे टाउन हॉल के आसपास ऐसी और भी अन्य जगह है। इस संबंध मे नगर आयुक्त से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।