Mahashivratri : महाशिवरात्रि की तैयारी भले ही शिव के भक्तों ने शुरू कर दी हो, मगर प्रशासन और नगर निगम अभी तैयारी में नहीं जुटा है। शहर में सड़कों की खोदाई की गई है। बड़े-बड़े पत्थर हैं, जो शिव भक्तों के पांव में लगेंगे। वहीं, शहर की सड़कों पर भी गड्ढे आदि नहीं भरे गए हैं। जिन मार्गों से शिवभक्त निकलेंगे, वहां पर भी कोई तैयारी नहीं दिख रही है।
Mahashivratri : पेयजल की सुविधा उपलब्ध
शहर में करीब डेढ़ साल से स्थिति बहुत खराब है। पाइप लाइन बिछाने के चलते शहर की सड़कों की खोदाई की गई है। हालांकि, इससे लोगों को आगामी दिनों में पेयजल की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी, मगर इसका ये मतलब नहीं की खोदी गई सड़कों को मनमानी तरीके से भर दिया जाए। गड्ढों को पूरी तरह से भरा न जाए? पत्थर आदि सड़कों पर छोड़ दिया जाए? शहर में सड़कों की यही स्थिति है। इन गलियों से होकर शिव भक्त नंगे पांव कांवड़ के लिए जल लेने जाते हैं। मगर, सड़कों की जैसी स्थिति है, उससे निश्चित शिव भक्तों के पांव घायल होंगे।
Mahashivratri : मंगलेश्वर महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में शिव भक्त
जयगंज स्थित मंगलेश्वर महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में शिव भक्त महाशिवराित्र पर जलाभिषेक करते हैं। यहां भक्तों की लंबी कतार लगती है। श्री राज राजेश्वर मंदिर, नागेश्वर व गोरांग प्रेम मंडल के डोले भी निकालते जाते हैं। महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है। मगर, मंदिर के रास्ते की गलियाें में गड्डे हैं। कूड़े के ढेर भी लगे रहते हैं। साफ-सफाई की भी तैयारी नहीं है।
Mahashivratri : शिवभक्तों का जत्था
नगला तिकोना से सौ फुटा रोड की ओर बढ़ते हुए सड़क की खोदाई की गई है। करीब दो महीने हो गए, मगर गड्ढा ठीक नहीं किया गया। बड़े-बड़े पत्थर निकले हुए हैं, रात में लोग घायल हो जाते हैं। वहीं, रामघाट रोड, सेंटर प्वाइंट चाैराहे के निकट भी सड़क उबड़-खाबड़ है। यहां से शिवभक्तों का जत्था लगातार निकलता रहता है, ऐसे हालात में शिवभक्तों के पांव घायल हो जाएंगे।
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