शंखनाद INDIA/शिमला : जिला शिमला के रोहडू के जांगलिख से किन्नौर जिले के पर्यटन स्थल सांगला की ओर निकले ट्रैकिंग दल के तीन सदस्यों की बर्फ में दबने से मौत हो गई, जबकि पोर्टर और गाइड समेत 19 ट्रैकर को बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया है। वहीं किन्नौर जिले के छितकुल में लम्खागा दर्रे में लापता दो ट्रैकर को खराब मौसम के चलते रविवार को भी तलाश नहीं किया जा सका। 19 अक्तूबर को रोहड़ू के जांगलिख से मुंबई के 12 और एक दिल्ली का ट्रैकर, उत्तराखंड के सात पोर्टर और रोहड़ू के दो गाइड के साथ निकले थे। शनिवार रात 12 बजे जिले के बुरन पास में ट्रैकर बर्फ के बीच फंस गए।
रविवार सुबह तहसीलदार सांगला जयचंद धीमान, डीएसपी भावानगर राजू की अगुवाई में पुलिस और भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों सहित ब्रुआ गांव के ग्रामीण बचाव अभियान में जुट गए। एसपी किन्नौर अशोक रत्न ने बताया कि दीपक नारायण (58), राजेंद्र भालचंद्र पाठक (65), अशोक मधुकर भाले राव (64) निवासी मुंबई की बर्फ में दबने से मौत हो गई है।
तीन-चार फीट बर्फ के नीचे दबे होने के चलते शव अभी नहीं निकाले जा सके हैं। जिला पर्यटन अधिकारी एवं एसडीएम कल्पा स्वाति डोगरा ने कहा कि खराब मौसम के बावजूद भी ऐसी लापरवाही उचित नहीं हैं। ट्रैकिंग करवाने वाली एजेंसी पर सख्त कार्रवाई होगी।