शंखनाद INDIA/उत्तराखंड,रुद्रप्रयाग ।  पीएम मोदी के केदारनाथ आने से पहले बीजेपी की तैयारियों को लगा झटका। केदारनाथ पहुंचे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत का जबरदस्त विरोध हुआ। त्रिवेंद्र रावत को लोगों ने संगम पुल से आगे नहीं जाने दिया। बीजेपी और त्रिवेंद्र के खिलाफ खूब नारेबाजी भी की गई।

30 अक्तूबर तक देवस्थानम बोर्ड भंग कर करने का दिया था आश्वासन रविवार को श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति से जुड़े तीर्थ पुरोहितों व हक हकूकधारियों ने बैठक कर देवस्थानम बोर्ड व एक्ट के मुद्दे पर चर्चा की। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि 11 सितंबर को सीएम के साथ हुई वार्ता में 30 अक्तूबर तक देवस्थानम बोर्ड भंग कर करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक सरकार ने इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है।
रैली निकालने का निर्णय लिया बैठक में सभी ने सोमवार को गंगोत्री धाम में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद करने, भागीरथी घाट पर होने वाले पूजा पाठ कार्य बंद रखने व रैली निकालने का निर्णय लिया है।इस दौरान सह सचिव राजेश सेमवाल, इंद्रदेव सेमवाल, संजय सेमवाल, गणेश सेमवाल, कमलनयन सेमवाल, आशाराम सेमवाल, अंबरीश सेमवाल, माधव सेमवाल, बद्रीप्रसाद सेमवाल आदि शामिल थे।

3 नवंबर को केदारनाथ कूच का आह्वान वहीं देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति ने सभी तीर्थपुरोहित व हक-हकूकधारियों से आगामी तीन नवंबर को केदारनाथ कूच का आह्वान किया है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर मांग को अनसुना करने का आरोप भी लगाया है।