शंखनाद INDIA/ नई दिल्ली

देश में इन दिनों कोरोना महामारी के कारण हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है| अस्पतालों में जहां मरीज परेशान हैं तो डॉक्टर लाचार हैं| मरीजों की तादात लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन अस्पतालों में कोरोना मरीजों के ईलाज के लिए बेड खाली नहीं हैं और ना ही मरीजों के लिए अब ऑक्सीजन की पूर्ति हो पा रही है| देश के कई राज्यों में हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं| हर कोई इस समय परेशान है| लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों और दवाओं, ऑक्सीजन और बेड की कमी के बीच आज सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार से जवाब मांगा है|  कोरोना के कारण मचे हाहाकार के बीच सुप्रीम कोर्ट ने आज सख्ती दिखाई है| सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर सवाल किया है|

कोर्ट ने सवाल किया है कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए क्या योजना बनाई है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से ऑक्सीजन और दवाओं की सप्लाई को लेकर भी जवाब मांगा है। कोर्ट ने केंद्र से कहा है कि वह कोरोना से लड़ने के लिए अपनी राष्ट्रीय स्तर पर तैयार की योजना बताए। हाईकोर्ट में कोरोना से जुड़े मामलों की सुनवाई को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यह नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने केंद्र सरकार से चार बिंदुओं पर जवाब मांगा है। केंद्र ने कहा है कि सरकार ऑक्सीजन सप्लाई, जरूरी जवाओं की सप्लाई, टीकाकरण की प्रक्रिया और लॉकडाउन लगाने का अधिकार सिर्फ राज्य सरकार को हो, कोर्ट को नहीं…इनपर जवाब दे। सुप्रीम कोर्ट में अब मामले की अगली सुनवाई 23 अप्रैल को होगी। कोर्ट ने वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे को एमिकस क्युरी भी नियुक्त किया है।