प्रदेश में संचालित राजीव गांधी नवोदय विद्यालयों में पढ़ने के इच्छुक छात्र-छात्राओं के लिये खुशखबरी है। अब इन विद्यालयों में कक्षा-7, 8, 9 एवं कक्षा-11 में रिक्त सीटों पर प्रदेश के होनहारों को लेटरल एंट्री (पार्श्व प्रवेश) के माध्यम से दाखिला मिल सकेगा।
राजीव गांधी नवोदय विद्यालयों में छात्रों को मिलेगी लेटरल एंट्री
प्रदेश के राजीव नवोदय विद्यालयों में छात्रों को अब लेटरल एंट्री मिलेगी। विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत के अनुमोदन के बाद शासन स्तर से शासनादेश जारी कर दिया गया है। जिसमें विभागीय अधिकारियों को पार्श्व प्रवेश प्रक्रिया को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
कक्षा-7, 8, 9 और 11 में भी मिलेंगे प्रवेश
विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित राजीव गांधी नवोदय विद्यालयों में अब तक मात्र कक्षा-6 में ही प्रवेश का प्राविधान था। लेकिन कई छात्र-छात्राओं का अन्यत्र विद्यालयों में चयन होने से उच्चतर कक्षाओं में सीट रिक्त रह जाती थी।ऐसे में विद्यालयों में उपलब्ध भौतिक और मानवीय संसाधनों का पूर्ण उपयोग के उद्देश्य से सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विभागीय उच्चाधिकारियों को को पार्श्व प्रवेश की व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिये थे। जिसके क्रम में विद्यालयी शिक्षा सचिव ने शासनादेश जारी कर अधिकारियों को लेटरल एंट्री के माध्यम से इच्छुक छात्र-छात्राओं को प्रवेश देने के निर्देश दिए हैं।
इसके तहत अब राजीव गांधी नावेदय विद्यालयों में कक्षा-6 के लिये होने वाली प्रवेश परीक्षा के साथ ही कक्षा-7, 8, 9 एवं कक्षा-11 में रिक्त रहने वाली सीटों पर पार्श्व प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी।उक्त कक्षाओं में अभ्यर्थियों को श्रेष्ठता के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा। इसके अलावा रिक्त सीटों के सापेक्ष एक प्रतीक्षा सूची भी तैयार की जायेगी ताकि परीक्षा में चयनित अभ्यर्थी द्वारा यदि प्रवेश नहीं लिया जाता है तो रिक्त सीट के सापेक्ष प्रतीक्षा सूची से अभ्यर्थी का चयन किया जा सके।
प्रवेश के लिए पार्श्व परीक्षा का किया जाएगा आयोजन
बता दें कि संबंधित कक्षा में प्रवेश के लिए आयु सीमा की गणना/निर्धारण नई शिक्षा नीति के अनुरूप किया जाएगा। साथ ही रिक्त सीटों में प्रवेश हेतु आरक्षण राज्य सरकार द्वारा निर्धारित प्रावधानों के तहत अनुमन्य होगा। इसके अलवा कक्षा-7, 8, 9, और कक्षा-11 में प्रवेश के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों को किसी मान्यता प्राप्त संस्था से पूर्व कक्षा यथा 6, 7,8 व 10 में उत्तीर्ण होना आवश्यक है। पार्श्व परीक्षा का आयोजन उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद द्वारा किया जायेगा। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पार्श्व परीक्षा का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चत करें ताकि अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं इसका लाभ ले सकें।