शंखनाद INDIA /दिक्षा नेगी
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव पास हैं। ऐसे में जहां भाजपा की ओर से सीएम योगी आदित्यनाथ को अयोध्या से लड़ने की तैयारी है। वहीं केशव प्रसाद मौर्य को कौशांबी जिले की सिराथू विधानसभा सीट से उतारा जा सकता है। बता दें कि ये सीट उनकी पारंपरिक रही है। भाजपा के बड़े ओबीसी नेताओं में से एक केशव प्रसाद मौर्य भी माने जाते हैं। सिराथू में 5वें चरण में चुनाव होना है। मौर्य के अलावा दिनेश शर्मा को लखनऊ की किसी एक सीट से उतारने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक एक तरफ भाजपा सीएम योगी आदित्यनाथ को अयोध्या से उतारकर हिंदुत्व को धार देना चाहती है। इसके अलावा दिनेश शर्मा को ब्राह्मण चेहरे और केशव प्रसाद मौर्य को ओबीसी फेस के तौर पर प्रोजेक्ट करने की तैयारी है। प्रदेश में ओबीसी बिरादरियों और ब्राह्मणों की नाराजगी का नैरेटिव विपक्ष की ओर से तैयार किया गया है। ऐसे में भाजपा इन नेताओं को आगे करके इसकी काट करने की कोशिश कर सकती है।
बसपा के गढ़ में केशव प्रसाद ने पहली बार हासिल की थी जीत
यादव बिरादरी इस चुनाव में सपा के साथ मजबूती से खड़ी दिखाई दे रही है। इसलिए बीजेपी की रणनीति है कि अन्य ओबीसी वर्गों को छोड़ने से रोका जा सके। केशव प्रसाद मौर्य ने पहली बार 2012 में विधानसभा चुनाव सिराथू सीट से ही लड़ा था। यहां उन्होंने बड़ी जीत हासिल की थी। इससे पहले यह सीट बसपा का गढ़ हुआ करती थी। इसके बाद केशव प्रसाद मौर्य को बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में फूलपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया था और यहां भी वह बड़े अंतर से जीते थे। यह सीट जवाहर लाल नेहरू की भी सीट रही है।