शंखनाद INDIA/ हरिद्वार : उत्तराखंड में 2 दिन की काल बारिश बरसने के बाद लगभग 55 लोगो ने अपनी जान गवाई है। जगह-जगह राहत कार्य किया जा रहा है। परंतु कुछ कर्मचारी अभी भी लापरवाह बने घूम रहे है। यह खबर हरिद्वार से सामने आ रही है। जिसमे अब तक 30 कर्मचारी की हाजिरी की बात सामने आई है। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात 35 में से कुल 5 कर्मचारी ही मौजूद मिले। यहां तीन डॉक्टर तैनात हैं, लेकिन इनमें से भी दो अनुपस्थित थे। और तो और खुद स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक भी गैरहाजिर थे। एक साथ इतने कर्मचारियों को गैरहाजिर देख डीएम विनय शंकर पांडे का पारा चढ़ गया। उन्होंने इस पर सख्त नाराजगी जताते हुए स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों को तगड़ी लताड़ लगाई। साथ ही एक साथ सभी कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया. आगे पढ़े
मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने तत्काल एसडीएम को बुलाकर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। डीएम पांडे का कहना है कि जो कर्मचारी मौजूद नहीं मिले हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा, इनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। मामला खानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़ा है। दरअसल बुधवार को जिलाधिकारी तटबंध टूटने की सूचना पर खानपुर गए थे। वहां से लौटते वक्त वो अचानक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए। यहां उन्हें पूरा अस्पताल खाली नजर आया। 35 में से कुल 5 कर्मचारी ही मौजूद मिले। जिस पर डीएम भड़क गए। उन्होंने खुद उपस्थिति रजिस्टर चेक कर दवाई वितरण रजिस्टर और दूसरे दस्तावेजों की जांच की। डीएम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रिकॉर्ड अपने कब्जे में लिए और लक्सर उप जिलाधिकारी वैभव गुप्ता को सभी के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर भेजने के निर्देश जारी किए। डीएम द्वारा की गई इतनी बड़ी कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।