शनि (Shani) की साढ़ेसाती हो या फिर शनि की ढ़ैय्या, कभी न कभी सभी को इस दौर से गुजरना ही पड़ता है। साढ़ेसाती का जीवन में गहरा असर पड़ता है। जो भक्त हनुमान जी का पूजन कर शनि (Shani) देव से अपना प्रकोप कम करने की प्रार्थना करते हैं, शनिदेव उनकी अवश्य ही सुनते हैं.

उपाय

– प्रत्येक मंगलवार को प्रातः तांबे के लोटे में जल में सिंदूर अर्पित कर श्री हनुमान जी को अर्पित करें.
– हर शनिवार को चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर बजरंग बली को चोला चढ़ाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.
– शनिवार और मंगलवार के दिन बंदरों को गुड़ और चना खिलाने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है.
– जब शनि के कारण आपके सामने बहुत अधिक परेशानी खड़ी हो रही हो तो शनिवार के दिन 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए.
– शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में बजरंग बली का दर्शन करने के बाद पीपल के पेड़ की परिक्रमा कर सरसों के तेल का दीपक जलाने से भी शनि देव का प्रकोप कम होता है.
– दीपक सूर्यास्त के बाद ही जलाना लाभदायक होता है. इसका एक समय निश्चित कर लें और फिर प्रत्येक शनिवार को उसी निर्धारित समय पर पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं.
– प्रयास करें कि पीपल का पेड़ आपके घर से पश्चिम की दिशा में हो तो अच्छा है, यदि ऐसा संभव न हो तो किसी भी स्थान में जाकर दीपक जला सकते हैं.