ऋषिकेश : रिवर राफ्टिंग के शौकीन अगले कुछ महीनों के लिए गंगा में राफ्टिंग का आनंद नहीं ले सकेंगे। राफ्टिंग का रोमांच महसूस करने के लिए देश व दुनिया भर से पर्यटक यहां पहुंचते हैं। पिछले दो वर्ष कोरोना महामारी के चलते राफ्टिंग की गतिविधि बाधित रही। जिससे इन दोनों सत्रों में पर्यटन व्यवसायी पर्यटकों के लिए तरसते रहे।

2021-22 के राफ्टिंग सत्र में रिकार्ड संख्या में पर्यटक राफ्टिंग के लिए यहां पहुंचे। 30 जून को राफ्टिंग सत्र समाप्त हो गया। अब तक इस सत्र में साढ़े चार लाख पर्यटक राफ्टिंग का लुफ्त उठा चुके हैं। मानसून काल में जुलाई और अगस्त माह में राफ्टिंग की गतिविधि बंद रखी जाती है। एक सितंबर अथवा गंगा के जलस्तर के सामान्य होने पर गंगा में राफ्टिंग सत्र का आरंभ होता है, जो जून तक चलता है। यानी गंगा में रिवर राफ्टिंग के लिए 10 माह का समय होता है।

सर्दियों के दिनों में नवंबर से फरवरी तक बेहद कम संख्या में पर्यटक राफ्टिंग के लिए पहुंचते हैं। जबकि मार्च से जून माह के अंत तक राफ्टिंग का क्रेज सबसे अधिक रहता है। कोरोना के बाद शुरू हुई राफ्टिंग के लिए बड़ी संख्या में पर्यटकों की आमद शुरू हो गई थी, जो मार्च के बाद कई गुना बढ़ गई।

Share and Enjoy !

Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× हमारे साथ Whatsapp पर जुड़ें