शंखनाद/INDIA/गणेश जोशी /चौखुटिया /

सेवानिवृत्त सीडीओ जुगल किशोर तिवारी ने मृत्योपरांत शरीर को दान करने का बड़ा निर्णय लिया है। इस संबंध में राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी के प्राचार्य को पंजीकृत डांक से भेजे पत्र में उन्होंने राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी को शिक्षण कार्य हेतु देह दान की बात कही है।
उन्होंने पत्र के साथ स्वयं, पत्नी व अपने पुत्रों का शपथ पत्र भी भेजा है। पत्र की प्रति नैनीताल के डीएम, एसपी व सूचना अधिकारी को भी भेजी गई है। तिवारी नैनीताल, चमोली व पिथौरागढ़ में परियोजना निदेशक के अलावा उत्तराखंड ग्राम्य विकास संस्थान ऊधमसिंह नगर में संयुक्त निदेशक के पद पर रह चुके हैं। वे मुख्य विकास अधिकारी चंपावत के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वर्तमान में आरटीओ रोड सत्य विहार जयदेवपुर हल्द्वानी में रहते हैं। उनका पैतृक घर चौखुटिया के दिगौत में है।
बचपन से ही सेवाभाव रखने वाले तिवारी ने मृत्योपरांत अपनी देह को शिक्षण कार्य के लिए देने का निर्णय लेकर बड़ा प्रेरणादायक कार्य किया है

सेवानिवृत्त सीडीओ जुगल किशोर तिवारी ने मृत्योपरांत शरीर को दान करने का बड़ा निर्णय लिया है। इस संबंध में राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी के प्राचार्य को पंजीकृत डांक से भेजे पत्र में उन्होंने राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी को शिक्षण कार्य हेतु देह दान की बात कही है।
उन्होंने पत्र के साथ स्वयं, पत्नी व अपने पुत्रों का शपथ पत्र भी भेजा है। पत्र की प्रति नैनीताल के डीएम, एसपी व सूचना अधिकारी को भी भेजी गई है। तिवारी नैनीताल, चमोली व पिथौरागढ़ में परियोजना निदेशक के अलावा उत्तराखंड ग्राम्य विकास संस्थान ऊधमसिंह नगर में संयुक्त निदेशक के पद पर रह चुके हैं। वे मुख्य विकास अधिकारी चंपावत के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वर्तमान में आरटीओ रोड सत्य विहार जयदेवपुर हल्द्वानी में रहते हैं। उनका पैतृक घर चौखुटिया के दिगौत में है।
बचपन से ही सेवाभाव रखने वाले तिवारी ने मृत्योपरांत अपनी देह को शिक्षण कार्य के लिए देने का निर्णय लेकर बड़ा प्रेरणादायक कार्य किया है