शंखनाद INDIA/ देहरादून

राजाजी टाइगर रिजर्व के रेंजर महेंद्र गिरी ने उत्तराखंड सहित देश का नाम रोशन किया है|  वन्यजीवों के संरक्षण में अहम योगदान के लिए रेंजर महेंद्र गिरी का चयन अंतरर्राष्ट्रीय अवॉर्ड के लिए किया गया है| यह पुरस्कार पाने वाले महेंद्र गिरी पूरे एशिया महाद्वीप में इकलौता रेंजर हैं। महेंद्र गिरी को आईयूसीएन-डब्ल्यूसीपीए इंटरनेशनल रेंजर अवॉर्ड प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा पुरस्कार के तौर पर दस हजार डॉलर की राशि के साथ प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा। संस्था की ओर से सम्मानित रेंजर को विशेष प्रकार की वर्दी भी दी जाएगी। संस्था की ओर से जो पुरस्कार राशि दी जाएगी, उससे वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर उपकरणों की खरीद के साथ ही कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर भी खर्च किया जाएगा। बता दें कि आईयूसीएन-डब्ल्यूसीपीए की ओर से वन्यजीवों के संरक्षण में योगदान के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

आपको बता दें कि वन संरक्षण के लिए उनके योगदान और समर्पण के आधार पर दुनियाभर में कुल 10 नाम विजेता के तौर पर तय किए गए हैं| विभिन्न देशों में कुल 630 वन कर्मचारियों के लिए 113 नामांकन मिले थे| इनमें मोतीचूर के रेंजर महेंद्र गिरी एशिया से एकमात्र विजेता है| अपने बेहतर काम के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व को 10 हजार अमेरिकी डॉलर प्रदान किए जाएंगे| इसके अलावा पुरस्कार विजेता ट्राफी, प्रमाण पत्र और वर्दी बैच प्रदान किया जाएगा| कोरोना के चलते पुरस्कार समारोह ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा|