मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Cmdhami) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PmModi) की अध्यक्षता में कोलकाता पश्चिम बंगाल में आयोजित राष्ट्रीय गंगा परिषद (National Ganga Council) की दूसरी बैठक में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने बैठक को वर्चुअल सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड में गंगा स्वच्छता और निर्मलता के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 2019 में गंगा को आजीविका और विकास से जोड़ने के उद्देश्य से जो अर्थ गंगा मॉडल के रूप में दिया गया था उसके तहत (Uttarakhand) उत्तराखण्ड राज्य ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किये हैं। गंगा के मैनेजमेंट क्षेत्र में वनीकरण, वृक्षारोपण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में गंगा की सहायक नदियों के पुनर्जीवन के लिए नदी के किनारे पुराने बसे हुए शहरों के लिए विभिन्न विभागों के सहयोग से नदी केन्द्रित मास्टर प्लान भी बनाये जा रहे हैं। उत्तराखण्ड राज्य में (National Ganga Council) राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एन.एम.सी.जी.) के मार्गदर्शन में पूर्व के निर्धारित लक्ष्यों को पूर्ण करते हुए गंगा की स्वच्छता, निर्मलता, अविरलता को बनाये रखने की दृष्टि से कुछ अन्य परियोजनाओं के प्रस्ताव एन.एम.सी.जी. को प्रेषित किये गये हैं और सहायक नदियों को लेकर कुछ प्रस्ताव और भी तैयार कराये जा रहे हैं।