शंखनाद.INDIA चंडीगढ़। पंजाब प्रदेश कांग्रेस में मची कलह के बीच सोमवार को प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह के बीच एक बैठक हो रही है। इस बैठक में पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी और कैबिनेट मंत्री व सिद्धू के करीबी परगट सिंह भी मौजूद हैं।

सोमवार को पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन की कार्यवाही संपन्न होने के बाद सिद्धू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बेअदबी और ड्रग के मामलों पर चन्नी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए थे। सिद्धू का आरोप है कि सुखबीर सिंह बादल को क्लीन चिट देने वाले को पंजाब का डीजीपी (इकबाल प्रीत सिंह सहोता) लगाया गया है। इसके साथ ही सिद्धू का यह भी आरोप है कि जिस व्यक्ति ने सुमेध सैनी को ब्लैंकेट बेल दिलाई, उसे ही चन्नी सरकार ने पंजाब का एडवोकेट जनरल लगा दिया है।

सिद्धू ने चन्नी सरकार पर सवाल उठाते हुए यह भी कहा कि उक्त मामले में आज तक सरकार ने चालान तक पेश नहीं किया है जबकि एसआईटी की जांच पूरे हुए छह माह बीत चुके हैं। उन्होंने एसआईटी की रिपोर्ट को लेकर भी सवाल किए कि इस रिपोर्ट को न तो सार्वजनिक किया गया और न ही इस पर कोई कार्रवाई की गई है। सिद्धू का आरोप है कि चन्नी सरकार दोषियों के लिए ढाल बन गई है। उनका कहना है कि सवाल सार्वजनिक तौर पर नियुक्ति का नहीं बल्कि नैतिकता का है। इसके तुरंत बाद सिद्धू और चन्नी की बैठक हो रही है।