शंखनाद INDIA/उत्तराखंड :साल 2022 का चुनावी रण करीब है। राजनीतिक पार्टियों ने मिशन 2022 के लिए अपने कार्यकर्ताओं को होमवर्क देना शुरू कर दिया है। चुनाव आयोग की तैयारियां भी जोरों-शोरों पर हैं।

इलेक्शन की तैयारी के बीच चुनाव आयोग ने प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू और मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या को एक लेटर भेजा है, जिसमें पिछले तीन साल से एक ही जगह तैनात अधिकारियों को हटाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले निर्वाचन आयोग की ओर से आमतौर पर निर्देश जारी किए जाते हैं, ताकि अधिकारी किसी भी तरीके से चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया निष्पक्ष व स्वतंत्र बनी रहे।

इसी के तहत चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव और मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लेटर भेजा है, जिसमें कहा गया कि वह अपने गृह जिलों में तैनात अधिकारियों और पिछले चार साल के दौरान तीन साल एक ही जिले में तैनात अधिकारियों का तबादला करें।

चुनाव आयोग की ओर से आए पत्र में कहा गया कि उत्तराखंड में विधानसभा की अवधि 23 मार्च 2022 को खत्म होने जा रही है। इससे पहले विधानसभा चुनाव संपन्न होने हैं, जिसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने पत्र मिलने की पुष्टि की।

बता दें कि चुनाव आयोग के निर्देश आने से पहले ही प्रदेश में बड़े स्तर पर तबादलों का सिलसिला जारी है। पिछले दिनों आईएएस व आईपीएस अधिकारियों के अलावा पीसीएस अधिकारियों के भी तबादले किए गए हैं। चुनाव आयोग के नए आदेश के बाद अभी कई और अधिकारियों के तबादले किए जाएंगे।

दिसंबर में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लग सकती है। विधानसभा चुनाव करीब आने के साथ ही राज्य का निर्वाचन विभाग चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है। इन दिनों मतदाता सूचियों को अपडेट करने का काम चल रहा है।