शंखनाद / नई दिल्ली : “पिनाका” रॉकेट सिस्टम भारत की एक मजबूत पकड़ है। जिसकी दूरी लगभग 45 किलोमीटर की है, वही कुछ देर पहले ही इस पिनाका रॉकेट ने अपना शानदार प्रदर्शन कर ड्रैगन रॉकेट के भी पसीने छुड़ा दिए है। दरअसल, इसके पहले रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम के विकास को जारी रखते हुए बीते 24 और 25 जून 2021 को मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर(MBRL) से देश में विकसित पिनाका रॉकेट के विस्तारित रेंज संस्करण का एक बड़ा ही सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह परीक्षण उड़ीसा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR)में किया गया।

गौर करने वाली बात यह है कि भारत में कारगिल युद्ध में भी सफलतापूर्वक पिनाका सिस्टम का उपयोग किया था । उसके बाद बकायदा पिनाका की कई रेजिमेंट बन गई कारगिल युद्ध के दौरान इस मिसाइल को ट्रक पर लोड करके ऊंचाई वाले इलाकों में भेजा गया था । जहां पर इस रॉकेट ने अपना एक बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया था।

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बता दें, कि यह उन्नत पिनाका रॉकेट सिस्टम 45 किलोमीटर तक की दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेज सकता है। यह रॉकेट सिस्टम को पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान(ARDI) और उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (HEMRL) द्वारा संयुक्त रूप से मैसेज इकोनामी एक्सप्लोसिव लिमिटेड नागपुर के मैन्युफैक्चरिंग सहयोग के साथ विकसित किया गया है ।वहीं उन्नत सेना का प्रणाली को लंबी दूरी के लक्ष्यों को भेदने के लिए भी विकसित किया गया है । वही पिनाका सिस्टम की एक बैटरी मैच है ,लॉन्च व्हीकल है, साथ ही लीडर सिस्टम रडार और लिंक विद नेटवर्क सिस्टम और कमांड पोस्ट भी होती है । इस पर एक बैटरी के जरिए 2 किलोमीटर एरिया को पूरी तरह ध्वस्त किया जाता है ।इसके अलावा मार्क 1 की रेंज करीब 40 किलोमीटर है जबकि मार्ग दो से 90 किलोमीटर दूर तक ले जाना आराम से साधा जा सकता है। हालांकि नया पिनाका और स्मार्ट मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम इसका भी बेहतर वर्जन है ।

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