इस साल चारधाम यात्रा ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।  सबसे ज्यादा बाबा केदार के भक्तों ने धाम पहुंंचकर नए कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। केदरानाथ के बाद बदरीनाथ धाम में श्रद्धालु की भीड़ उमड़ रही है। लेकिन इस साल गंगोत्री-यमुनोत्री यात्रा की तस्वीर ही बदल गई है। गंगोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा जहां तेजी से नौ लाख की ओर बढ़ रहा है, वहीं यमुनोत्री धाम में भी पहली बार सात लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। इससे तीर्थ पुरोहितों के साथ यात्रा से जुड़े व्यापारियों के चेहरे भी खिले हुए हैं। अभी दोनों धाम के कपाट बंद होने में 20 दिन का समय शेष है, लिहाजा तीर्थ यात्रियों की संख्या का और अधिक बढ़ना तय है।

22 अप्रैल को खोले गए थे धाम के कपाट

इस बार गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को खोले गए थे। 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद तो यात्रा सरपट दौड़ पड़ी। हालांकि, वर्षाकाल के दौरान हाईवे अवरुद्ध रहने से यात्रा बाधित हुई, लेकिन वर्षाकाल के बाद फिर तीर्थ यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। कोविड से पहले और वर्ष 2013 की आपदा के बाद वर्ष 2019 में अच्छी यात्रा चली। तब गंगोत्री धाम में 5.30 लाख और यमुनोत्री धाम में 4.66 लाख तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए। जबकि, वर्ष 2022 में 6.24 लाख तीर्थयात्री गंगोत्री और 4.85 लाख यमुनोत्री दर्शन को पहुंचे।

इस सीजन में काफी हद तक हो चुकी नुकसान की भरपाई

होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा कहते हैं कि इस बार यात्रा बढ़ने से व्यापार भी पटरी पर लौटा है। कोविड के कारण व्यापार को जो नुकसान पहुंचा था, उसकी भी काफी हद तक भरपाई इस सीजन में हो गई। गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि वर्ष 2013 की आपदा और कोविड काल के बाद से यह पहला सीजन है, जब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्री उमड़ रहे हैं।

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