Nuh Violence : नूंह हिंसा में आरोपियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के हवाले से बताया कि नूंह में निकाले जाने वाली विहिप की ब्रजमंडल यात्रा से दस दिन पहले ही हिंसा की पटकथा लिखी गई थी। विहिप और बजरंग दल सहित अन्य हिन्दू संगठनों की तरफ से निकाले जाने वाली जलाभिषेक यात्रा पर चौतरफा हमले की साजिश रची गई थी। हमला सुनियोजित था। राजस्थान के जुनैद और नासिर नामक युवक की हत्या का बदला लेने के लिए एक समुदाय के कुछ लोगों ने साजिश रची थी। बोतलें और पेट्रोल भरने और पत्थर लाने का जिम्मा अलग-अलग लोगों को सौंपा गया था। वहीं, हिंसा के बाद नूंह में हालातों का जायज़ा लेने पहुंचे हरियाणा हज़ कमेटी के पूर्व चेयरमैन औरंगज़ेब ने ज़ी मीडिया से ख़ास बातचीत करते हुए सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं।

Nuh Violence : हिंसा भड़काने में इन्हीं लोगों का हाथ

औरंगज़ेब ने कहा कि 27 जुलाई को हुई पीस कमेटी की मीटिंग के बाद इन लोगों ने अपने लोगों से क्यों नहीं कहा कि शोभायात्रा के समय सड़क पर ना निकले। यहां के चार राजनीतिक परिवारों ने भोले-मेवों को हमेशा बेवक़ूफ़ बनाने का काम किया और उनको हिंसा की आग में इन्होंने ही झोंका क्यूँकि ये इनकी बात मानते हैं..मैं प्रशासन से कहूंगा कि मम्मन ख़ान पर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई हो। औरंगज़ेब ने कहा कि हिंसा भड़काने में इन्हीं लोगों का हाथ है। उन्होंने कहा कि हम यहां अच्छे काम कर रहे जो इनसे बर्दाश्त नहीं हो रहे हैं। मोनू मानेसर ने कुछ ग़लत नहीं कहा लेकिन मम्मन ख़ान ने सही में पूरे मेवात की प्याज़ फुड़वा दी..ये सब इन्होंने बहुत पहले से प्लानिंग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे मेवात और हरियाणा को बदनाम करने की साज़िश थी। नूंह हिंसा को पूर्व नियोजित बताते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि उन्हें 31 जुलाई की हिंसा पर कोई खुफिया इनपुट साझा नहीं की गई थी और यहां तक कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने भी उन्हें सूचित किया था कि उनके पास भी ऐसी कोई जानकारी नहीं है।

Nuh Violence : हिंसा के पीछे बड़े गेम प्लान की आशंका

उन्होंने कहा, ”मुझसे कोई खुफिया इनपुट साझा नहीं किया गया। मैंने एसीएस (गृह) और डीजीपी से भी पूछा था और उन्होंने कहा कि उनके पास भी जानकारी नहीं है। नूंह हिंसा पर विज ने कहा, ”अब एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक सीआईडी इंस्पेक्टर ने दावा किया है कि उसे सब कुछ पहले से पता था। अगर उसे पता था तो उसने इसकी जानकारी किसे दी। राज्य के गृह मंत्री को हिंसा के पीछे बड़े गेम प्लान की आशंका है। उन्होंने कहा, ”लोग मंदिरों के बगल की पहाड़ियों पर चढ़ गए, उनके हाथों में लाठियां थीं और एंट्री प्वाइंट्स पर इकट्ठा हो गए, यह सब एक उचित योजना के बिना संभव नहीं है। गोलियां चलीं…ये सब एक योजना का हिस्सा है। गहन जांच किए बिना हम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचेंगे। Also Read : गुरुग्राम सहित 5 जिलों तक पहुंची Non Violence की आंच, धारा 144 लागू

Share and Enjoy !

Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× हमारे साथ Whatsapp पर जुड़ें