शंखनाद_INDIA/उत्तराखंड: चुनाव नजदीक आते देख कांग्रेस में जाने के इच्छुक नेताओं के लिए यह अच्छी खबर नहीं है। पार्टी के उच्च स्तरीय नेताओं का दावा है की भ्रष्ट और दागी नेताओं को पार्टी में नहीं लिया जाएगा। 2016 के दौरान पार्टी छोड़कर गए लोगों में जो जो भ्रष्टाचार में लिप्त रहे और कांग्रेस के खिलाफ बयानबानी करने वालों के लिए पार्टी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हैं। दिल्ली में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, सहप्रभारी दीपिका पांडे, कांग्रेस चुनाव अभियान प्रभारी हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल की उच्च स्तरीय बैठक में इस मामले पर आम राय बनी है।
बैठक में उत्तराखंड में चल रहे दलबदल के माहौल पर चर्चा हुई। पूर्व सीएम रावत और गोदियाल ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा को डूबता हुए जहाज बना देख बड़ी संख्या में लोग कांग्रेस से जुड़ना चाहते हैं। अपने कार्यकर्ताओं की कीमत पर किसी को नहीं लेंगें। प्रदेश प्रभारी ने इस बात पर हामी भरी है। पार्टी का स्टैंड भी यही है।
जो कार्यकर्ता को पसंद, वहीं आएगा कांग्रेस में: हरीश रावत
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि केवल उन्हीं लोगों को वापस लिया जाएगा, जिन पर कार्यकर्ताओं को कोई आपत्ति नहीं होगी। कुछ विधायक, मंत्री कांग्रेस में शामिल होने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। हमारे दरवाजे बंद नहीं है, लेकिन जिन लोगों ने भाजपा की कुगत की है, उन्हें कांग्रेस में लेने में संकोच जरूर है। कार्यकर्ताओं ने 2017 में राजनीतिक आपदा से उबार कर कांग्रेस को इस लायक बनाया है कि कांग्रेस में आने के लिए भाजपा में भगदड़ मची हुई है। रावत ने कहा कि हम भाजपा नहीं हैं जो पैसों से खरीदकर के भी दल-बदल करवाएं। और, अपने कार्यकर्ताओं का गला काटने में संकोच न करें।