हल्द्वानी में नगर निगम के ठेका सफाई कर्मचारी शुक्रवार से हड़ताल पर चले गए हैं. जिसके चलते शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. शहर में जगह-जगह कूड़े का ढेर लगना शुरू हो गया है. नगर निगम के नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय का कहना है. कि सफाई कर्मियों से वार्ता की जा रही है. वैकल्पिक सफाई व्यवस्था के लिए नगर निगम के स्थाई कर्मचारियों के अलावा प्राइवेट लोगों की सहायता से जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर को उठाने का काम किया जा रहा है.
हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे. कहा कि मुख्यमंत्री पुस्कर सिंह धामी ने नगर निगम ठेका कर्मचारियों को रोजाना 500 रुपये मानदेय देने का शासनादेश भी जारी कर दिया है. लेकिन नगर निगम सफाई कर्मचारियों को मिलने वाला उचित मानदेय नहीं दे रहा है. ठेका कर्मचारियों का कहना है कि उनको रोजाना करीब 275 रुपये मजदूरी मिलती है उसके बावजूद उनका उत्पीड़न भी होता है. लेकिन नगर निगम उनका मानदेय नहीं बढ़ा रहा है.
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क्या कह रहे हैं निगम के अधिकारी-
नगर के आयुक्त पंकज उपाध्याय का कहना है कि सफाई कर्मियों से वार्ता की जा रही है. वैकल्पिक सफाई व्यवस्था के लिए नगर के स्थाई कर्मचारियों के अलावा प्राइवेट लोगों की सहायता से जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर को उठाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों का मानदेय बढ़नाने पर नगर निगम के ऊपर और हर साल करीब 6 करोड़ अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. नगर निगम के पास आमदनी कम है. नगर आयुक्त ने कहा कि हड़ताली कर्मचारियों से वार्ता की जा रही है. जल्द समस्या का निदान निकाला जाएगा. गौरतलब है कि हल्द्वानी शहर में रोजाना 1 दिन में करीब 160 मीट्रीक टन कूड़ा निकलता है. नगर निगम के 60 वार्ड हैं, जहां हर वार्ड से अस्थाई ठेका कर्मचारी द्वारा कूड़ा सफाई और कलेक्शन किया जाता है. ऐसे में कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है.