Mysterious Mountain of Uttarakhand : इस दुनिया में कई ऐसी अदृश्य शक्तियां है जो होती है लेकिन दिखाई नहीं देती , लेकिन इन अदृश्य शक्तियों के होने के प्रमाण आज भी मिलते है । ऐसी ही कुछ अदृश्य शक्तियों की कहानी कहता है कि उत्तराखंड के टिहरी जिले में स्थित खेट पर्वत जिसको लेकर ये कहा जाता है कि यहां आज भी परियों का वास है । टिहरी गढ़वाल के फेगुलीपट्टी के थात गांव की सीमा पर स्थित खैट पर्वत को लेकर मान्यता ऐसी है कि यहां परियां रहती है । इस पर्वत पर रहने वाली परियों को वनदेवी कहा जाता है स्थानीय लोग बताते हैं कि इस पर्वत पर आज भी परियां वास करती है । अहम बात यह है कि यहां जो भी लोग परियों का भा जाते है या पसन्द आ जाते है तो परियां उन्हें मूर्छित कर अपने साथ ले जाती है।

आपस में बहने है 9 परियां
ये रहस्यमय पर्वत विशाल मैदान में स्थित इकलौता पर्वत है मान्यता कुछ ऐसी है कि यहां 9 श्रृंखलाओं में 9 परियों का वास है और यह 9 परियां आपस में बहने है ।इस पर्वत पर अदृश्य शक्तियों का अनुमान कुछ ऐसे लगाया जाता है कि यहां अनाज को कूटने वाली जमीन पर बनाई गई ओखरिया दीवारों पर बनी है इतना ही नहीं हैरत की बात यह भी है कि इस वीराने पर्वत में अखरोट और लहसुन की खेती होती है जो यहां पर अदृश्य शक्तियों के होने का एक और प्रमाण देती है।

पर्वत पर चीखना चिल्लाना है मना
खास बात यह है कि इस पर्वत पर चीखना चिल्लाना चटक कपड़े पहनना या प्रकृति के विपरीत कुछ करना पूरी तरीके से मना है।इस स्थान पर रहने वाले बुजुर्ग लोग इस चमत्कारी पर्वत पर बच्चों को जाने से मना भी करते हैं और कहते हैं की परियों को जो मन भा जाता है वह उसे अपने साथ ले जाती है इसलिए बुजुर्ग बच्चों को वहां जाने से रोकते हैं।अदृश्य शक्तियों को लेकर अपने आप में समेटे बैठा ये पर्वत आज भी पूरी दुनिया में अलग है क्योंकि पूरे विश्व शायद ही परियों के होने के प्रमाण देती लैकिन उत्तराखंड के टिहरी जिले परियों के होने के ऐसे प्रमाण देता है जो शायद ही आपने सुने होंगे ।