शंखनाद. INDIA देहरादून।  उत्तराखंड  में   ईजा-बोई शगुन योजना की शुरु हो रही है। राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी घोषणा की है। जिसके तहत जच्चा-बच्चा के सुरक्षित स्वास्थ्य के लिए अस्पताल में 48 घंटे रुकने वाली प्रसूता को दो हजार रुपये की उपहार राशि दी जाएगी। यह जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि से अलग होगी। जननी सुरक्षा योजना के तहत संस्थागत प्रसव कराने वाली शहरी महिलाओं को 1000 व ग्रामीण महिलाओं को 1400 रुपये बतौर प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का प्रविधान किया गया है।

नवजात शिशुओं की करीब 40 प्रतिशत मृत्यु प्रसव के दौरान या प्रसव के बाद 24 घंटे के अंदर होती है। ऐसे में जरूरी है कि जच्चा-बच्चा चिकित्सकों की निगरानी में रहें। उन्होंने बताया कि राज्य में संस्थागत प्रसव का आंकड़ा अभी तकरीबन 80 फीसद है। जिसमें सरकारी व निजी अस्पताल दोनों ही शामिल हैं। यह प्रयास किया जा रहा है कि शत-प्रतिशत प्रसव अस्पताल में ही हों, जिससे जच्चा-बच्चा, दोनों सुरक्षित रहें।

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