पूनम चौधरी शंखनाद इंडिया देहरादून:

अल्मोड़ा: आजकल सोशल मीडिया पर उत्तराखंडी गीतों के प्रचार-प्रसार का बड़ा माध्यम बन गया है। बता दें कि इसके जरिए पहाड़ी गीत-संगीत को दुनियाभर में पहचान मिल रही है।

‘झुमका रै ग्या बगसै में’ की खासियत

हम आपको एक ऐसे ही कुमाऊंनी गीत या यूं कहें कि पारंपरिक झोड़ा-चांचरी के बारे में बताएंगे, जिसे छह महीने में एक करोड़ से ज्यादा बार देखा गया। जहां गीत का टाइटल है ‘झुमका रै ग्या बगसै में’ गीत को कुमाऊंनी लोक कलाकार खुशी जोशी और नीरज चुफाल ने अपनी आवाज से सजाया है। गीत सुमधुर बन पड़ा है, साथ ही आपको बता दें कि यह वीडियो भी बड़ा शानदार है। हुड़के की थाप पर कुमाऊंनी लोकनृत्य की प्रस्तुति देखते ही बनती है। वीडियो में कुमाऊंनी लोकनृत्य को अनूठे पारंपरिक अंदाज में पेश किया गया है, यही इस गीत की सबसे खास बात है।

गीत को गोविंद दिगारी ने म्यूजिक दिया है। गोविंद दिगारी और खुशी जोशी उत्तराखंडी लोककला जगत के ऐसे कलाकार हैं, जो पहले भी अपनी शानदार प्रस्तुतियों से श्रोताओं और दर्शकों का दिल जीतते रहे हैं। चलिए अब आपको ‘अल्मोड़ा अंग्रेज आयो टैक्सी में’ झोड़ा-चांचरी का वीडियो दिखाते हैं, उम्मीद है आपको भी ये जरूर पसंद आएगा।