ram darbar

अयोध्या स्थित राममंदिर के इतिहास में आज एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। आज शुभ मुहूर्त में भगवान राम माता सीता के साथ राम दरबार में विराजमान हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भव्य मंदिर में राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा की। इस दौरान सभी दिशाओं से वैदिक मंत्रों की ध्वनि गूंज रही थी।

अयोध्या में मां सीता के साथ विराजे भगवान राम

आज सुबह से ही राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई थी। पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की गई। भगवान श्रीराम, माता सीता, भाई लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और भक्त हनुमान की भव्य प्रतिमाएं अब मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित(ram darbar ) कर दी गई हैं। इसके साथ ही अब श्रद्धालु रामलला के साथ ही उनके राजसी स्वरूप राजा राम के दर्शन भी कर सकेंगे।

राम मंदिर अयोध्या

11:30 से 12 बजे के बीच हुआ प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान

आपको बता दें कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का ये विशेष अनुष्ठान अभिजित मुहूर्त में पूर्वाह्न 11:30 से 12 बजे के बीच हुआ। मंत्रों की गूंज और वैदिक ऊर्जा से पूरा मंदिर परिसर एक पवित्र आभा में डूबा रहा। इस शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ देशभर के प्रमुख संत और महंत उपस्थित रहे। राम दरबार के साथ-साथ मंदिर परिसर में स्थित अन्य आठ मंदिरों में भी विभिन्न देवताओं की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई।

ram darbar के साथ की गई इन मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा

राम दरबार के साथ आज अयोध्या राम मंदिर में भगवान शिव, शेषावतार, मां दुर्गा, मां अन्नपूर्णा, सूर्य देव, भगवान गणेश और बजरंगबली की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा की गई। शिव मंदिर में स्थापित शिवलिंग के अतिरिक्त सभी मूर्तियों का निर्माण जयपुर के मूर्तिशिल्पी सत्यनारायण पांडेय और उनके परिवार ने किया है।

रामदरबार अयोध्या

पांच फीट ऊंची है राम दरबार में विराजे राम-सीता की मूर्ति

बता दें कि राममंदिर के राम दरबार में विराजे भगवान राम और माता सीता की प्रतिमा पांच फीट ऊंची है। जबकि भगवान लक्ष्मण और शत्रुघ्न की प्रतिमाएं साढ़े चार फीट की हैं। इसके साथ ही भरत और हनुमान भगवान की प्रतिमाएं तीन फीट की हैं। ये मूर्तियां इतनी जीवंत और भावपूर्ण हैं कि जो भी इन्हें देखेगा भावभिभोर हो जाएगा।