शंखनाद INDIA / चौखुटिया  /गणेश जोशी/

एयरवेज (हवाई पट् के लिए चयनित हाट, झला भूमि का निरीक्षण वीरवार को कमिश्नर अरविंद सिंह हृयाकी ने किया तथा जनता की समस्याओं से रूबरू हुए क्षेत्रीय जनता ने प्रदेश मुख्यमंत्री के नाम कुमाऊ कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा तथा अपना विरोध जताते हुए इयरवेज अन्यत्र बनाने की मांग की, कमिश्नर ने जन भावनाओं के अनुरूप प्रदेश सरकार तक ज्ञापन पहुंचाने की बात कही।कुमाऊं कमिश्नर ने हाट- झला की भूमि का निरीक्षण किया तथा काश्तकारों से बातचीत कर कहा कि राष्ट्रीय हित, पड़े विकास कार्यो के लिए विस्थापन का दंश झेलना पड़ता है कहा सरकार जनता के हितों को सर्वोपरि रखकर प्रावधानों के अनुरूप लाभ का फायदा जनता को देती है। बताया जनता को विश्वास में लेकर ही राष्ट्रीय हित को देखते हुए संवेदनशीलता के तहत सरकार काम करती है।

उन्होंने बताया उचित मुआवजा व पुनर्वास की व्यवस्था सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया जनता की भावनाओं को शासन तक पहुंचाया जाएगा, लेकिन कुछ त्याग जनता को भी करना होगा। इस दौरान एसडीएम आरके पांडे तहसीलदार सतीश वर्थवाल, लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।कुमाऊं कमिश्नर के दौरे को देखते हुए हाट,झला ग्राम पंचायत की जनता ने कौधार मोटर मार्ग पर बैठकर एयरवेज का विरोध जताया तथा कुमाऊं कमिश्नर के माध्यम से प्रदेश सरकार के लिए ज्ञापन सौंपकर एयरवेज अन्यत्र बनाने की मांग की साथ ही आंदोलन की चेतावनी ज्ञापन मैं दी है।कौधार में सड़क पर बैठे ग्रामीणों ने सभा के साथ एयरवेज विरोध में नारे भी लगाए कुमाऊं कमिश्नर अरविंद सिंह हृयाकी के साथ विस्तार से हुई वार्ता में ग्रामीणों ने कहा किसी भी कीमत पर एयरवेज उपजाऊ भूमि पर नहीं बनने दंगे ग्रामीण काश्तकारों ने भूमि में लेटकर बिरोध व आत्मदाह करने की चेतावनी भी कमिश्नर केआगे दी। ज्ञापन में ग्रामीणों का कहना है।

 

देश सेवा के नाम पर जमीन देने की बात से लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है तथा जिले की सबसे उपजाऊ भूमि में एयरवेज बनाकर जनता को पलायन के लिए मजबूर करने का प्रयास सरकार कर रही है कहां क्षेत्र के ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय कृषि है ग्रामीणों को बिना विश्वास में लिए सर्वे पर सर्वे कर ग्रामीणों को उनकी भूमि से बेदखल करने का प्रयास शासन द्वारा किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना था कि देश सेवा के लिए हमेशा तैयार हैं, लेकिन जिस भूमि मैं पीढ़ियों से परिवारों का भरण पोषण होता है, जबरदस्ती लेने का प्रयास किया जा रहा है ग्रामीण। इसके लिए अंतिम समय तक विरोध करने को मजबूर होंगे सभा में तय हुआ कि शीघ्र कमेटी का गठन कर निर्णोयक आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।