उत्तराखंड पेपर लीक मामले में कड़ी से कड़ी जुड़ती जा रही है इसमें एक जेई को हिरासत में लिया गया है जेई जल संस्थान सहारनपुर में तैनात है जांच में का नाम सामने आया है , नौकरी दिलाने के नाम पर नौकरियां के सौदागर उत्तर प्रदेश के जेई से भी जुड़ें हैं जेई हाकमसिंह के पास नौकरी के लिए भेजता था।मामले में हिरासत में लिया है । बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश तक नकल माफिया के तार जुड़े हैं। हाकम सिंह रावत ही इस नेटवर्क का बड़ा खिलाड़ी है उसका कनेक्शन धामपुर से भी सामने आ रहा है वह धामपुर बिजनौर का रहने वाला है सूत्रों के मुताबिक STF अपने कई खुलासे किए हैं,
जे ई सैटिंग कर लोगों को भेजता था हाकम सिंह के पास
दरअसल उत्तर प्रदेश में हाकम सिंह की एजेंसी के तौर पर काम करता था बताया जा रहा है कि ललित सहारनपुर में जेई के पद पर कार्यरत है, ललित की पत्नी देहरादून में एई के पद कर कार्यरत है।जेई उत्तर प्रदेश से स्नातक स्तर परीक्षा में भी पास कराने के लिए अभ्यर्थियों को भेज चुका है।हाकम सिंह नेटवर्क उत्तराखंड से उतर प्रदेश से तक फैला हुआ है।हाकम सिंह के पास 12 अभ्यर्थियों को भेजने का अनुमान लगाया जा रहा है। कुछ अभ्यर्थियों के बारे में पुष्टि हो चुकी है। बाकि अभ्यर्थियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। देहरादून में ललित ने पेपर लीक कराने में इन अभ्यर्थियों से मोटा पैसा लिया हुआ है। एसटीएफ जल्दी ही ललित की गिरफ्तारी कर सकती है।
हाकम सिंह का राइट हैंड होता था अंकित रमोला:
उत्तरकाशी से गिरफ्तार अंकित रमोला भी इस धंधे में खूब पैसा कमाया और इसके बाद डंपर खरीदे। उसके बाद अपनी पत्नी को नौकरी लगाया हाकम सिंह का राइट हैंड कहा जाता था। अंकित रमोला पटवारी, कनिष्क सहायक बनाने का दावा करता था। लोगों को सरकारी नौकरी का लालच देता था और मोटे पेंसे ऐंठता था। क्रेशर उधोग में अंकित ने खुब पैसा लगाया और डंपर खरीदे।
अजय भट्ट बोले भी बड़े बड़े मगरमच्छ फंस सकते हैं। मुरादाबाद में एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा