शंखनाद INDIA/नई दिल्ली
भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में तख्तापलट के बाद सैन्य शासन के खिलाफ लोगों का प्रदर्शन जारी है। तख्तापलट के खिलाफ बढ़ रहे विरोध के मद्देनजर सैन्य शासन ने इंटरनेट सेवा बंद कर दी। आंग सान सू की की चुनी हुई सरकार को गिराने के खिलाफ लोगों का विरोध बढ़ता जा रहा है। इस बीच इंटरनेट की स्पीड बेहद धीमी कर दी है। बाद में ब्राॅडबैंड सर्विस भी बंद कर दी गई है। इंटरनेट सेवा बहाल है तो कईयों की टेलिफोनिक लाइन काट दी गई है। इंटरनेट बंदी पर नजर रखने वाले लंदन आधारित सेवा प्रदाता नेटब्लॉक’ ने बताया, कि शनिवार दोपहर से म्यांमार में इंटरनेट सेवा करीब-करीब पूरी तरह से बाधित हो गई है। कहा जाए, तो इंटरनेट सेवा ट्विटर और इंस्टाग्राम के इस्तेमाल पर भी रोक लगाने का आदेश दिया है। सैन्य सरकार के मुताबिक लोग इस तरह के प्लेटफाॅर्म का यूज कर फर्जी खबरें फैला रहे है। म्यांमार में पहले ही फेसबुक के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। हालंकि यह पूरी तरह से प्रभावी नहीं हैं। इंटरनेट पर पाबंदी की जल्दबाजी तख्तापलट के बढ़ते विरोध को रोकने के लिए लगाई गई है। क्योंकि शनिवार को सड़कों पर कुछ बड़े प्रदर्शन तख्तापलट के खिलाफ देखने को मिले थे। करीब एक हजार प्रदर्शनकारियों ने शनिवार सुबह यूंगन की मुख्य सड़क पर मार्च निकाला जहां उन्हें रोकने के लिए दंगा रोधी साजो-सामान के साथ करीब 100 पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे।