शंखनाद INDIA/ देहरादून
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद खराब होती जा रही है| प्रदेश में हर रोज कोरोना का आंकड़ों में भयावह बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है| लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सरकार की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही है| रोजोना जिस तरह से कोरोना के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है उससे सरकार के हाथ पांव फूल रहे हैं| सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी कोरोना पर लगाम नहीं कसी जा पा रही है| जिस तरह से राज्य में कोरोना के आंकड़े बढ़ रहे हैं उससे अब लोगों में भी डर का माहौल बन रहा है| राज्य में इन दिनों महाकुंभ का भी आयोजन हो रहा है| महाकुंभ में शामिल होने के लिए दूसरे राज्यों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं ऐसे में कोरोना के मामले और तेजी से बढ़ने का खतरा बन रहा है|
पिछले 24 घंटों में उत्तराखंड में कोरोना के डराने वाले आंकड़े सामने आए हैं| राज्य में पिछले 24 घंटो में इस साल के सबसे ज्यादा 1,109 नए कोरोना संक्रमित मामले सामने आए हैं। जबकि पांच कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में दो और एम्स ऋषिकेश, हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट व सिनर्जी अस्पताल में एक-एक मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है। प्रदेश में कोरोना का सबसे ज्यादा असर देहरादून और हरिद्वार में देखने को मिल रहा है| बीते दिन यहां 509 लोग संक्रमित मिले हैं। हरिद्वार में भी 308 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके अलावा नैनीताल में 113, ऊधमसिंह नगर में 84, पौड़ी में 57, टिहरी में 19, रुद्रप्रयाग में 10, चंपावत में 5, अल्मोड़ा में 3 और चमोली में 1 व्यक्ति संक्रमित मिला है।
उत्तराखंड में कोरोना से मौत का ग्राफ भी लगातार बढ़ता जा रहा है| जिससे अब लोग डरने लगे हैं| प्रदेश में इस समय कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 4,526 पहुंच गई है। बुधवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामलों में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पिछले साल चार अक्टूबर को 1,419 मामले सामने आए थे। उसके बाद बीते दिन सबसे ज्यादा 1,109 संक्रमित आए हैं। प्रदेश में अब तक 1,04,711 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 96,735 मरीज ठीक हो चुके हैं।प्रदेश में अब तक 1,741 कोरोना संक्रमित मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो चुकी है। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में सबसे ज्यादा मामले मिल रहे हैं। कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के साथ ही एक बार फिर कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ने लगी है। अब तक प्रदेश में 26 कंटेनमेंट जोन बन चुके हैं।
उत्तराखंड में रूड़की के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) के 80 छात्र कोरोना की चपेट में आ चुके हैं जिसके बाद पांच हॉस्टल को सील कर दिया गया है और इन्हें कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। आईआईटी रूड़की में एक हॉस्टल को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया है। साथ ही आईआईटी रुड़की प्रशासन ने छात्रों को अपने कमरों में ही खुद को आइसोलेट करने के लिए निर्देश दिया है। इससे पहले यहां मंगलवार तक 60 छात्रों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। फिर बुधवार को संस्थान में हरिद्वार जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित आरटी-पीसीआर टेस्ट में 20 और छात्रों कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
उत्तराखंड के हरिद्वार में इन दिनों कुंभ का आयोजन हो रहा है जिसमें दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा भी तेज से बढ़ रहा है| दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की वजह से कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ रहा है| हालांकि सरकार मे कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना के सख्त नियम जरूर बनाए हैं| लेकिन बावजूद इसके जिस तरह से हरिद्वार में कोरोना की भयावह स्थिति बन रही है वह बेहद चिंताजनक हैं| सरकार के सामने इस समय यह सबसे बड़ी चुनौती है कि कैसे कोरोना महामारी के बीच ऐतिहासिक कुंभ मेले को सकुंशल संपन्न किया जाए| राज्य सरकार ने कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट को लेकर आना जरूरी कर रखा है|
इसके अलावा कुंभ में कोरोना के नियमों को भी सख्त बनाया गया है जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके| सरकार ने लोगों को मास्क, सेनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखने को कहा गया है| इसके अलावा सरकार ने कोरोना के नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं| राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में भी तेजी लाई गई है| सरकार की कोशिश है कि कोरोना को हराने के लिए जितने भी प्रयास हैं उनमें तेजी लाए जाए जिससे कोरोना पर किसी तरह तो रोक लगाई जा सके| राज्य में जगह जगह पर कोरोना वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं जहां कोरोना का टीका लगाने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं|
कोरोना पर रोक लगाने के लिए सरकार की तरफ से तो कोशिश की ही जा रही है लेकिन इसमे लोगों को सबसे ज्यादा जागरूक होना पड़ेगा| लोगों को कोरोना से बचाव के लिए कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन करना होगा| सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए जो गाइडलाइन जारी की है उसका पालन करना होगा| लोगों को लगातार मास्क, सेनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके| सरकार ने कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए हैं| जिसके बाद लोगों को कोरोना से बचने के उपाय और उन्हें जागरूक करने का काम किया जा रहा है| हालांकि सरकार की यह कोशिश भी तभी सफल होगी जब लोग खुद इस ओर सजग होंगे| लोगों को खुद से कोरोना के नियमों का पालन करना होगा जिससे राज्य में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके|